
बच्चन के हालावाद से हिन्द साहित्य को नया मोड़ः शर्मा
उदयपुर, 8 जून। डॉ. हरिवंशराय बच्चन अपनी कविताओं का विषय स्वयं ही थे। जिनमें उनके मनोभावांे की सुन्दर अभिव्यक्ति हुई है। वे जीवन की आशाओं और निराशाओं से पूर्ण सन्तुष्ट थे। यह बात बुधवार को प्रबुद्ध लेखक-साहित्यकार डॉ. के.के. शर्मा ने डॉ. जय प्रकाश भाटी ‘नीरव’ की आठवीं पुस्तक ‘बच्चन का काव्यः अभिव्यंजना और शिल्प’ का विमोचन करते हुए कही। उन्होंने कहा कि बच्चन जी ने हालावाद का प्रवर्तन कर हिन्दी साहित्य को नया मोड़ दिया। जिसमें प्रेम ओर सौन्दर्य का अनूठा संगम है। पुस्तक केे लेखक ने बच्चन के साहित्य की विशेषताओं का उल्लख करते हुए कहा कि इन्हीं…