उदयपुर। राजस्थान में सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक मामले में एक लाख के ईनामी वांटेड शिक्षक शेरसिंह मीणा के सहयोगी रेलवे कर्मचारी के अलावा उसके प्रोपर्टी कारोबार में सहयोगी को भी उदयपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अदालत ने उसे 22 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेजा है। उससे शेर सिंह के बारे में पूछताछ कर रही है। माना जा रहा है कि उसे पता है कि शेरसिंह कहां हो सकता है।
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने सीनीयर टीचर भर्ती पेपर लीक मामले में रेलवे में वेल्डर काकाम करने वाले प्रवीण कुमार सतुलिया को गिरफ्तार किया है। जयपुर जिले के चौमू मूल का प्रवीण अजमेर के रामगंज स्थित रेलवे कॉलोनी में रह रहा था। उससे पेपर लीक मामले के मुख्य ईनामी आरोपी शेरसिंह मीणा के बारे मं पता लग पाएगा। प्रवीण कुमार के पेपर लीक मामले में फरार आरोपी शेरसिंह मीणा उर्फ अनिल के साथ सहयोगी के रूप में काम करने की बात सामने आई है। पुलिस मान रही है कि प्रवीण को पता है कि शेरसिंह कहां छिपा हुआ है।
शेरसिंह का प्रोपर्टी कारोबार में सहयोगी भी गिरफ्तार
इधर, उदयपुर पुलिस ने पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी शेरसिंह मीणा के प्रॉपर्टी बिजनेस में सहयोगी रहे रामगोपाल मीणा को भी गिरफ्ताार किया है। अदालत ने उसे भी दो दिन की पुलिस हिरासत में भेजा है। पुलिस के अनुसार रामगोपाल और शेरसिंह दोनों खास दोस्त हैं। रामगोपाल एक अकाउंटेट की तरह शेरसिंह के खाते और उसका काम देखता था।
एक लाख ईनामी ढाका और शेरसिंह की तलाश में जुटी पुलिस
पुलिस पेपर लीक के मास्टरमाइंड अनिल उर्फ शेरसिंह मीणा और सुरेश ढाका की तलाश में रात.दिन जुटी है। दोनों को पकड़ाने वाले को एक लाख रुपए का ईनाम घोषित किया गया है। उल्लेखनीय है कि जेल में बंद भूपेन्द्र सारण ने पुलिस पूछताछ में शेरसिंह मीणा से पेपर खरीदने की बात स्वीकार की थी। यह पेपर सारण ने शेरसिंह से खरीदकर सुरेश ढाका को बेचा था। इसके बाद सुरेश ढाका ने रिश्ते में साला लगने वाले सुरेश विश्नोई को बेचा था। उदयपुर पुलिस ढाका और शेरसिंह को पकड़ने के लिए प्रदेश सहित बाहरी राज्यों में भी गहनता से तलाश कर रही है। शेरसिंह के पकडेेे जाने के बाद ही यह पता लग सकेगा कि आखिरकार वह पेपर कहां से लेकर आया था।
पेपर लीक मामले में फरार शेरसिंह के दो सहयोगी गिरफ्तार, दोनों दो दिन के रिमांड पर
