खाद्य सुरक्षा और गरीबी उन्मूलन पर जोर
-मानसून तैयारियों, मौसमी बीमारियों की रोकथाम के निर्देश
-जिला कलक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक
उदयपुर, 21 मई। जिला कलक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारियों को लंबित प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण और विकास परियोजनाओं को मिशन मोड पर पूरा करने के निर्देश दिए गए। जिला कलक्टर मेहता ने जिले में खाद्य सुरक्षा योजना के तहत लंबित आवेदनो ंको 15 दिन के भीतर निस्तारित करने के निर्देश दिए। जिला रसद अधिकारी ने बताया कि एनएफएस द्वितीय चरण में उदयपुर जिले में 17 हजार 306 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 9472 स्वीकृत किए गए हैं और 45 निरस्त हुए हैं।
बैठक में पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गांव योजना पर भी विशेष जोर दिया गया। जिला परिषद सीईओ रिया डाबी ने बताया कि उदयपुर जिले में 122 गांवों को चिन्हित किया गया है, जिनमें 832 बीपीएल परिवारों का चयन किया गया है। इस पर जिला कलक्टर ने सभी उपखंड अधिकारियों को स्वयं के स्तर पर भी चयनित परिवारों का सत्यापन करने के निर्देश दिए गए।
’कर्मभूमि से मातृभूमि’ अभियान और जल संरक्षण
जिला कलक्टर ने ’कर्मभूमि से मातृभूमि’ अभियान को मिशन मोड पर चलाने और पोर्टल पर इसकी समय पर रिपोर्टिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जल संरक्षण को सर्वाच्च प्राथमिकता देते हुए, उपखंड अधिकारियों से वाटर रिचार्ज के लिए प्लान ऑफ एक्शन मांगा गया। पूरे जिले में हैंडपंपों के लिए रिचार्ज पिट बनवाने और भामाशाहों के साथ बैठक कर आमजन को पानी बचाने के महत्व को समझाने पर जोर दिया गया।
जन सुनवाई में प्राप्त प्रकरणों का हो गुणवत्ता पूर्ण निस्तारण-
संपर्क पोर्टल पर प्रकरणों का गुणवत्ता पूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करने और उपखंड अधिकारी स्तर पर 30 दिन से अधिक समय से लंबित प्रकरणों को प्राथमिकता से निपटाने के निर्देश दिए। ग्राम पंचायत और पंचायत समिति स्तर पर जन सुनवाई को प्रभावी बनाने पर जोर दिया गया। जिला कलक्टर ने बजट घोषणा के तहत भूमि आवंटन के लंबित प्रकरणों के अतिरिक्त, यदि कोई अन्य भूमि आवंटन का प्रस्ताव हो तो उसे भी भिजवाने के निर्देश दिए।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियो पर चर्चा-
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को जिला, ब्लॉक और ग्राम पंचायत स्तर पर मनाया जाएगा। इस वर्ष की थीम ’एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग’ है।सीईओ जिला परिषद ग्राम पंचायत व पंचायत समिति स्तर के लिए नोडल अधिकारी रहेंगे। जिला कलक्टर ने कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने और प्रोटोकॉल का ध्यान रखने के निर्देश दिए गए। जिला कलक्टर ने 20 जून तक अभ्यास सत्र आयोजित करने और आमजन की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देष दिए।
’हरियालो राजस्थान’ अभियान के तहत जिले में 38 लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा गया है। मानसून जल्दी आने की संभावना को देखते हुए, ब्लॉक स्तर पर बैठकें करने और ब्लॉक वार निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सभी एसडीएम कां मिलकर काम करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने उपखंड अधिकारियों से हरियालो राजस्थान अभियान के तहत लक्ष्य के बारे में पूछा और सभी एसडीएम को साइट सिलेक्शन करने और नर्सरी में पौधों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा।
मानसून की तैयारी और मौसमी बीमारियों की रोकथाम-
मानसून की तैयारी की समीक्षा करते हुए 15 जून तक हर तहसील पर कंट्रोल रूम स्थापितकरने और बाढ़ बचाव के लिए मॉकड्रिल आयोजित करने के निर्देश दिए। एसडीएम को अपने क्षेत्र में सिंचाई विभाग के सभी बांधों का निरीक्षण करने, बचाव एवं राहत कार्य के लिए आवश्यक उपकरण सुनिश्चित करने, जल भराव कम से कम हो यह सुनिश्चित करने और पंपसेट की उपलब्धता तथा संसाधनों का आकलन करने के निर्देष दिए।इ मौसमी बीमारियों जैसे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया और स्क्रबटाइफस की रोकथाम पर भी चर्चा की गई।सीएमएचओ डॉ. अशोक आदित्य ने बताया कि जिला और ब्लॉक स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं। मलेरिया के लिए झाड़ोल, कोटड़ा और गिर्वा को अति संवेदनशील क्षेत्र घोषित किया गया है, जहां प्रभावी निगरानी के साथ गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। पानी जमा न होने देने और फॉगिंग करने पर जोर दिया गया। शहरी क्षेत्रों में डेंगू के अधिक मामले आने के कारण सभी पीएचसी के लिए 10-15 दिनों में फॉगिंग मशीन खरीदने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने डोर टू डोर सर्वे शुरू करने और दैनिक आधार पर निगरानी करने के साथ ही गंदे पानी की हर शिकायत को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) दीपेंद्र सिंह राठौड़, नगर निगम आयुक्त राम प्रकाश, जिला परिषद सीईओ रिया डाबी, यूडीए सचिव हेमेंद्र नागर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। सभी उपखंड अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रहे।