एमडीएस पब्लिक स्कूल में सीबीएसई वेस्ट जोन चेस टूर्नामेंट सम्पन्न

श्री सत्यसाईं विद्या विहार स्कूल ने जीते 4 अवार्ड,एमडीएस स्कूल सहित प्रत्येक वर्ग की प्रथम दो टीमें पंहुची नेशनल में

उदयपुर। एमडीएस पब्लिक स्कूल द्वारा आयोजित तीन दिवसीय सीबीएसई वेस्ट जोन इंटर स्कूल शतरंज टूर्नामेंट का समापन आज पुरस्कार और ट्रॉफी वितरण समारोह के साथ हुआ। टूर्नामेंट में एमडीएस पब्लिक स्कूल सहित प्रत्येक वर्ग की प्रथम दो टीमें जालंधर में आयोजित होने वाली नेशनल शतरंज प्रतियोगिता के लिए क्वालिफाई हुईं। इंदौर के श्री सत्य साईं विद्या विहार स्कूल ने विभिन्न श्रेणियों में सर्वाधिक 4 पुरस्कार जीतकर सबसे आगे रहा।
समापन समारोह के संासद मन्नालाल रावत,सीबीएसई अजमेर रीजन के के हेड श्याम कपूर,गिट्स के निदेशक डॉ.एन.एस.राठौड़,सीबीएसई की ओर से नियुक्त आब्जर्वर राजेन्द्र साहू,आर्बिटर विकास साहू,शिक्षाविद् एच.एस.जैन,पीयूष जवेरीया, समाजसेवी धीरेन्द्र सच्चान, थे जबकि अध्यक्षता एमडीएस पब्लिक स्कूल के संस्थापक रमेशचन्द्र सोमानी ने की।
एमडीएस के निदेशक शैलेन्द्र सोमानी ने बताया कि तीन दिन चलें इस टुर्नामेन्ट में राजस्थान,गुजरात व मध्यप्रदेश के 120 विद्यालयों के 1243 शतरंज खिलाड़ियों ने भाग लिया। जिसमें से सर्वाधिक 45 विद्यालय राजसथान, 40 गुजरात एवं 35 विद्यालय  मध्यप्रदेश के थे। उन्होंने कहा कि पूरे टुर्नामेन्ट में कोच,खिलाड़ियांे व विद्यालय स्टॉफ का भरपूर सहयोग मिला जिस वजह से यह सफल हो पाया।
सीबीएसई के अजमेर रिज़न के निदेशक श्याम कपूर ने कहा कि इस प्रकार का टुर्नामेन्ट बहुत कम देखने को मिलता है। जहंा किसी प्रकार की कोई कमी नहीं देखने को मिलती है। इस प्रकार के आयोजन से बच्चों में भातृत्व भाव की भावना पैदा होती है। वे सामाजिक ढांचे से अवगत होते है। युवा हमारें देश का भविष्य है। किसी भी खेल में यदि अपना सौ प्रतिशत देंगे तो उसमें सफलता की गारन्टी भी सौ प्रतिशत रहेगी।
टूर्नामेंट में भागीदारी और आयोजन-एमडीएस पब्लिक स्कूल के निदेशक शैलेन्द्र सोमानी ने बताया कि तीन दिन तक चले इस टूर्नामेंट में राजस्थान, गुजरात, और मध्य प्रदेश के 120 स्कूलों से 1243 शतरंज खिलाड़ियों ने भाग लिया। इसमें राजस्थान के 45, गुजरात के 40, और मध्य प्रदेश के 35 विद्यालयों ने हिस्सा लिया। सोमानी ने टूर्नामेंट की सफलता के लिए कोच, खिलाड़ियों, और विद्यालय स्टाफ के सहयोग की सराहना की और कहा कि यह आयोजन सभी के योगदान से सफल हो पाया।
खेल भावना और भविष्य की सोच-सीबीएसई अजमेर रीजन के निदेशक श्याम कपूर ने एमडीएस के उत्कृष्ट आयोजन की तारीफ की और कहा कि इस प्रकार के टूर्नामेंट से बच्चों में भाईचारे की भावना उत्पन्न होती है। ऐसे आयोजन न केवल शतरंज के विकास में मदद करते हैं, बल्कि विद्यार्थियों को सामाजिक ढांचे से परिचित कराते हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी खेल में अपना 100ः देने पर सफलता की गारंटी भी उतनी ही होती है।
मुख्य पुरस्कार विजेता- विकास साहू और शैलेन्द्र सोमानी ने बताया कि इंदौर के श्री सत्य साईं विद्या विहार स्कूल ने सर्वाधिक 4 पुरस्कार जीते। अंडर-11 मिक्स्ड में प्रथम, अंडर-14 मिक्स्ड में तृतीय, अंडर-17 मिक्स्ड में तृतीय और अंडर-17 गर्ल्स में प्रथम स्थान प्राप्त कर स्कूल ने सबसे अधिक अवार्ड हासिल किए। एमडीएस स्कूल उदयपुर ने 2 पुरस्कार जीते, जिसमें अंडर-19 गर्ल्स श्रेणी में द्वितीय,अन्डर-17 बॉयज मे प्रथम स्थान पाकर नेशनल शतरंज प्रतियोगिता के लिए क्वालिफाई किया।
अन्य प्रमुख विजेताओं में सेंट गेब्रिएल हायर सेकेंडरी स्कूल, मध्य प्रदेश ने अंडर-11 गर्ल्स  मंे द्वितीय,अंडर-14 गर्ल्स में द्वितीय, अंडर-19 गर्ल्स प्रथम सहित कुल 3 पुरस्कार, सेंट एंथनी सी.सै. स्कूल, उदयपुर ने अंडर-14 गर्ल्स में प्रथम,अंडर-17 गर्ल्स में तृतीय एवं अंडर-19 गल्स में तृतीय सहित कुल 3 पुरस्कार,नीरजा मोदी स्कूल, जयपुर ने अंडर-14 मिक्स्ड में द्वितीय, अंडर-14 गर्ल्स में प्रथम, अंडर-17 गर्ल्स में द्वितीय सहित कुल 3 पुरस्कार प्राप्त किये।
एमडीएस के खिलाड़ी भी नेशनल के लिए तैयार- एमडीएस के खिलाड़ियों का उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा। अंडर-19 गर्ल्स श्रेणी में एमडीएस पब्लिक स्कूल ने द्वितीय स्थान पाकर नेशनल शतरंज प्रतियोगिता के लिए क्वालिफाई किया। एमडीएस स्कूल के आयोजन को पूरे टूर्नामेंट में खिलाड़ियों और कोचों की सराहना मिली। समारोह के अंत में विकास साहू ने बोर्ड पुरस्कार विजेताओं की सूची भी प्रस्तुत की, जिसमें विभिन्न श्रेणियों के उत्कृष्ट खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। समारोह में राजेन्द्र कोच, सुनील, सोनी साहू और विजय वाधवानी सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

By Udaipurviews

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