उदयपुर, संवाद सूत्र। राजसमंद जिले के देवगढ़ कस्बे में छह दिन पेट्रोल डालकर जलाए पुजारी ने शनिवार को उदयपुर के एमबी अस्पताल में दम तोड़ दिया। उनकी पत्नी की हालत गंभीर बनी हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार देवगढ़ स्थित भगवान देवनारायण मंदिर की भूमि पर कब्जा करने वालों ने पुजारी नवरत्नलाल (75) ने शनिवार सुबह 11 बजे उदयपुर के अस्पताल में दम तोड़ दिया। वह अस्सी प्रतिशत झुलस गए थे। इसी घटना में उनकी पत्नी जमना देवी भी झुलस गई थी। बताया गया कि सांस में तकलीफ के बाद पुजारी नवरत्नलाल को ऑक्सीजन पर रखा गया था। गुरुवार शाम से उनकी बॉडी का मूवमेंट बहुत कम हो गया था। परिवार से वह बातचीत नहीं कर पा रहे थे। हालत बिगड़ती देखकर उन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया गया था, लेकिन बचाया नहीं जा सका। उनकी पत्नी जमना देवी भी 35 फीसदी झुलस गई थीं। वह एमबी हॉस्पिटल के बर्न वार्ड में भर्ती हैं। जमना देवी की भी हालत में कोई सुधार नहीं है। हमले में उनका दायां पैर, दोनों हाथ और चेहरा बुरी तरह झुलस चुका है। वह दो दिन से ठीक से उठ बैठ नहीं पा रही हैं। परिजनों के अनुसार जमना देवी की हालत और बिगड़ रही है।
उल्लेखनीय है कि गत 20 नवंबर रविवार रात कुछ नकाबपोश बदमाश पेट्रोल भरे गुब्बारा लेकर पुजारी के बेटे की दुकान पर आए। तब पुजारी नवरत्न और अपनी जमना देवी के साथ खाना खा रहे थे। बदमाशों ने पेट्रोल से भरे गुब्बारे दुकान में फोड़े और आग लगाकर फरार हो गए। पुजारी दंपती आग में घिर गए और उनकी चीख—पुकार सुनकर बेटों तथा ग्रामीणों ने उनको बचाने की कोशिश की लेकिन दोनों बुरी तरह झुलस गए थे। इस मामले में पुलिस अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। जिनमें हैदराबाद से गिरफ्तार मुख्य आरोपित थोरिया निवासी जीतेंद्र सिंह उर्फ जीतू भी शामिल है, जिसने सुपारी देकर पुजारी दंपती की हत्या की साजिश रची। इस मामले में देवगढ़ थानाधिकारी शैतान सिंह और कामली घाट चौकी प्रभारी राजू सिंह को निलंबित कर दिया गया।
राजसमंद में पेट्रोल डालकर जलाए पुजारी ने छह दिन बाद उदयपुर में मौत, पत्नी की हालत भी गंभीर
