नई दिल्ली, 22 मार्च । विश्व हिन्दू परिषद् के पूर्व केन्द्रीय मंत्री, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक, महाकौशल प्रांत के पूर्व प्रांत प्रचारक व चांदपोल उदयपुर के मूल निवासी निवासी धर्मनारायण शर्मा की पार्थिव देह शनिवार को पंचतत्व में विलीन हो गई। उनका 86 वर्ष की आयु में शुक्रवार, 21 मार्च रात्रि 8:30 बजे दिल्ली में गोलोकगमन हो गया था।
भाजपा नेता व पूर्व पार्षद डॉ. विजय विप्लवी ने दिल्ली से बताया कि उनकी अंतिम यात्रा शनिवार को अपराह्न विश्व हिन्दू परिषद् के आर.के.पुरम् स्थित केन्द्रीय कार्यालय से निगम बोधघाट पहूची। जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके भतीजे पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. चन्द्रशेखर चौबीसा ने अंतिम क्रिया व पिण्ड दान किया। इससे पहले विहिप के केन्द्रीय मंत्री सुधांशु पटनायक, संघ व विभिन्न संगठनों के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने पुष्पचक्र व पुष्पांजलि अर्पित की। उदयपुर से शर्मा के भाई डॉ. चन्द्रशेखर चौबीसा, भतीजे दिनेश चौबीसा, चेतन चौबीसा, योगेश चौबीसा, भारतमाता मंदिर बांसवाडा के महंत रामस्वरूप, उदयपुर के पूर्व पार्षद डॉ. विजय विप्लवी अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
चांदपोल उदयपुर में जन्मे, उदयपुर में विद्यार्थी जीवन में संघ के सम्पर्क में आने के बाद 1959 से प्रचारक रहे धर्म नारायण शर्मा जयपुर और भीलवाड़ा जिलों में जिला प्रचारक, अजमेर और जोधपुर विभाग के विभाग प्रचारक, 1984 से 1994 तक महाकोशल प्रांत के प्रांत प्रचारक रहे । बाद में वे 1995 से 2000 तक विश्व हिन्दू परिषद में पूर्वांचल के अंचल संगठन मंत्री के दायित्व में कोलकाता में रहे थे।
सन 2000 से दिल्ली में विहिप के केंद्रीय मंत्री के दायित्व में 3 साल एकल अभियान में बाद में 2024 तक धर्म प्रसार आयाम के सह प्रमुख रहे। परिषद् के योजनानुसार वर्तमान हिन्दू समाज के आवश्यकता के अनुसार आचार संहिता का प्रारूप तैयार किये थे। वे प्रभावी वक्ता और प्रमुख लेखक भी थे।