– अधिकारियों मे मची खलबली
– घूस कांड में यूडीएच के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं संयुक्त सचिव के नाम आ रहे सामने
उदयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर की टीम ने सोमवार को उदयपुर में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। जिसमें स्वायत्त शासन, नगरीय विकास एवं आवासन विभाग(यूडीएच) के दो अधिकारियों के लिए 12 लाख रुपए की घूस लेते एक दलाल को गिरफ्तार किया है। जिसमें से पांच लाख रुपए नकद जबकि शेष सात लाख रुपए की डमी राशि बरामद की।
यूडीएच के जिन अधिकारियों का नाम इस घूसकांड में लिया जा रहा है, उनकी भी गिरफ्तारी संभव है। पकड़े गए दलाल से पूछताछ की जा रही है इसकी गिरफ्तारी के बाद यूडीएच में खलबली का माहौल है और संभावनाएं जताई जा रही है कि अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के हाथ यूडीएच के कुछ उच्च अधिकारियों के गिरेबान तक भी पहुंच सकते हैं ।
स्पेशल यूनिट ने जयपुर इकाई को एक परिवादी से शिकायत मिली थी कि उसकी भूमि के 91 ए के तहत भू रूपांतरण हेतु एनओसी जारी करवाने की एवज में शहरी विकास एवं आवास विभाग यूडीएच के उच्च अधिकारियों अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं संयुक्त सचिव के नाम पर दलाल लोकेश 12 लाख रुपए की रिश्वत मांग कर लगातार परेशान कर रहा था। घूस नहीं देने पर धमका रहा था कि उसकी भूमि का रूपान्तरण नहीं हो पाएगा।
शिकायत के सत्यापन पर एसीबी के कार्यवाहक महानिदेशक हेमन्त प्रियदर्शी ने एसीबी महानिरीक्षक सवाई सिंह गोदारा के नेतृत्व में एसीबी जयपुर की स्पेशल टीम द्वितीय के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़ के नेतृत्व में कार्रवाई के लिए एक टीम उदयपुर भेजी।
परिवादी के संपर्क करने पर दलाल लोकेश जैन पुत्र शांतिलाल जैन ने 12 लाख रुपए के घूस के साथ उन्हें शोभागपुरा में पारस हैल्थ अस्पताल के पास आरजी अपार्टमेंट स्थित मकान नंबर 503 पर बुलाया था। जहां पांच लाख रुपए की भारतीय मुद्रा तथा सात लाख रुपए की डमी राशि के साथ उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
लोकेश जैन द्वारा उच्च अधिकारियों के लिए उक्त रिश्वत राशि लिए जाने के बयान के बाद इस मामले में यूडीएच के उच्च अधिकारियों की संलिप्तता की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा विस्तृत जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है।
यूडीएच के दो अधिकारियों के लिए 12 लाख की घूस लेते उदयपुर से दलाल गिरफ्तार
