मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा
डूंगरपुर, 15 मार्च/मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना प्रदेश के हर नागरिक के लिए स्वस्थ जीवन और सुरक्षित भविष्य की गारंटी बन गई है। डूंगरपुर जिले में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है। सड़क दुर्घटना में युवक की मृत्यु के बाद परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था, लेकिन मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा के तहत 5 लाख की बीमा राशि के रूप में परिजनों का बड़ा सहारा मिला। महज बीस दिन में मृतक के परिजन के खाते में यह राशि जमा होना डूंगरपुर जिला प्रशासन की संवेदनशीलता और गुड गवर्नेंस का उदाहरण है। बीमा राशि के रूप में मिलने वाली राशि से परिवार में पीछे रह गए अपनों के सपने पूरे करने में मदद मिलेगी।
अच्छे दिन से पहले आ गई मौत:-
साबला पंचायत समिति की ग्राम पंचायत बोडीगामा छोटा के राजस्व गांव जोगीवाड़ा के खेमराज यादव राउमावि. बोडीगामा छोटा में संविदा पर विद्यालय सहायक के पद पर कार्यरत थे। खेमराज भूगोल पढ़ाते थे। उनका हाल ही प्रयोगशाला सहायक परीक्षा में चयन के उपरांत दस्तावेज सत्यापन भी हो चुका था। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना को लेकर साबला उपखंड में एक बैठक में शामिल हुए, तो साथियों से बातचीत के दौरान बहुत खुश थे। बैठक में खेमराज ने साथी संविदा कर्मी कमलेश त्रिवेदी से उन्होंने कहा था- ‘अब मेरे भी अच्छे दिन आने वाले हैं।‘
परिवार पर टूटा दुखांे का पहाड़, चिरंजीवी योजना से मिला सहारा:-
खेमराज ने प्रयोगशाला सहायक के रूप में चयन होने के बाद भी पढ़ाई जारी रखी और सुनहरे भविष्य के सपने देखते हुए पिछले दिनों वरिष्ठ अध्यापक संस्कृत की परीक्षा देकर उदयपुर से बाइक पर गांव लौट रहे थे कि रास्ते में एक कार से दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई। खेमराज माता-पिता के इकलौते बेटे थे, एक बड़ी बहन हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। पिता की पहले ही मृत्यु हो चुकी थी। अब पीछे उनकी बुजुर्ग मां, पत्नी और 13 साल का बेटा और 11 साल की बेटी के साथ दर्द और आंसुओं का सिलसिला रह गया है।
एसडीएम ने दिखाई संवेदनशीलता:-
साबला के तत्कालीन उपखंड अधिकारी दिनेश धाकड़ को एक वॉट्सएप ग्रुप के माध्यम से इस दुर्घटना की जानकारी मिली। इस पर उन्होंने मृतक के परिजनों से बात कर मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में पंजीकरण की जानकारी ली। वर्तमान में बांसवाड़ा के आनंदपुरी उपखंड अधिकारी पद पर नियुक्त दिनेश धाकड़ ने बताया कि घर में जवान मौत होने पर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। जैसे-तैसे उन्हें एफआईआर लिखवाने और मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए तैयार किया। मृत्यु प्रमाण पत्र बना, तो उसमें मृत्यु के स्थान और मृतक के स्थायी पते में त्रुटि पाई गई। आवश्यक संशोधन करवाकर मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा के लिए आवेदन करवाया और 20 दिन के अंदर बीमा राशि के 5 लाख रूपये परिजन के बैंक खाते में जमा हो गए।
पत्नी ने कहा- धन्यवाद मुख्यमंत्री जी:-
खेमराज के परिवार में जो सूनापन आया है, इनकी दुनिया में जो वीरानगी छाई है, उसे कोई नहीं भर सकता। किसी भी सरकारी योजना के दम पर परिवार की तकलीफों को कम नहीं कर सकते, लेकिन मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्तर्गत उनके परिवार को जो आर्थिक संबल मिला है, उसके लिए खेमराज की पत्नी ने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत और डूंगरपुर जिला प्रशासन का आभार प्रकट किया है।
चिरंजीवी का बढ़ा दायरा, 25 लाख तक फ्री इलाज:-
अब मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना का दायरा बढ़ा दिया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल ही बजट में मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना का दायरा बढ़ाकर 10 लाख से बढ़ाकर 25 लाख रुपए करने की घोषणा की है। आने वाले दिनों में योजना के तहत 25 लाख रुपए तक का उपचार निःशुल्क मिलेगा। इसमें किडनी, लीवर, हार्ट और अन्य अंग प्रत्यारोपण जैसे जटिल उपचार भी शामिल हैं। साथ ही 10 लाख रुपए तक का दुर्घटना बीमा मिलेगा।
चिरंजीवी योजना बनी अंधेरे घरों का ‘चिराग-20 दिन में परिजनांे को मिली पांच लाख की बीमा राशि
