आरएससीईआरटी निदेशक ने शिक्षकों व स्कूली बच्चों को किया मोटिवेट

सेल्फ एस्टीम एंड बॉडी कॉन्फिडेंस कार्यक्रम का प्रशिक्षण
उदयपुर, 12 सितंबर। शिक्षक बच्चों से भावनात्मक रूप से जुड़ कर उन्हें स्वयं पर भरोसा करने के लिए प्रेरित करें। ये विचार आरएससीईआरटी की निदेशक श्रीमती श्वेता फगेडिया ने गुरुवार को मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय खेरवाड़ा द्वारा आयोजित सेल्फ एस्टीम एंड बॉडी कोन्फिडेंस कार्यक्रम के तहत मेंटर्स के एक दिवसीय प्रशिक्षण के अवलोकन के दौरान व्यक्त किए। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खेरवाडा (सराय) में  आयोजित इस मेंटर प्रशिक्षण में उप निदेशक कमलेन्द्र सिंह राणावत, कार्यक्रम की स्टेट हेड डॉ. शालिनी शर्मा, डाइट उदयपुर के उप प्राचार्य डॉ ओम प्रकाश शर्मा ,एसीबीईओ कन्हैयालाल खराड़ी, यूनिसेफ राजस्थान के शिक्षा अधिकारी जितेन्द्र शर्मा और चंद्रशेखर दुबे ने भी शिक्षकों को संबोधित किया।
डाइट प्रतिनिधि त्रिभुवन चौबीसा ने बताया कि आरएससीईआरटी के निर्देशन में डाइट द्वारा उदयपुर जिले के कक्षा 6 से 8 तक पढ़ने वाले बच्चों की सेल्फ एस्टीम को मजबूत करने के लिए सेल्फ एस्टीम एंड बॉडी कॉन्फिडेंस कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत् राजकीय विद्यालयों में आधाफुल कॉमिक के सेट वितरित किए गए। ये कॉमिक शिक्षको को इन मुद्दो पर बच्चों के साथ संवाद आयोजित करने के तरीके और अवसर देती है।
स्टेट कोऑर्डिनेटर डॉ.शालिनी शर्मा ने कहा कि यह आरएससीईआरटी का एक इनोवेटिव कार्यक्रम है इनके माध्यम से बच्चे अपने से जुड़े विषयों पर बात करने में सक्षम हो सकेंगे और सहज रूप से स्वयं को स्वीकार कर सकेंगे। ब्लॉक आरपी कैलाश चंद्र व्यास तथा राजेंद्र नायक ने इस प्रशिक्षण में सेल्फ एस्टीम कार्यक्रम की आवश्यकता और कॉमिक बुक पर काम करने में मैटर की भूमिका पर विचार व्यक्त किए। आरएससीईआरटी से प्रशिक्षित  प्रियदर्शी व्यास, दिनेश डोडियार ,दिव्येश त्रिवेदी, यूनिसेफ प्रतिनिधि सुश्री सलमा व कार्तिक जोशी ने भी विचार रखे।  इस प्रशिक्षण ब्लॉक के समस्त 32 पीईईओ से मेंटर शिक्षको ने भाग लिया। इससे पूर्व निदेशक श्वेता फगेड़िया ने विद्यालय में संचालित प्रखर राजस्थान कार्यक्रम की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने बच्चो से किताब का वाचन करवाया साथ ही बच्चों से सामान्य ज्ञान के सवाल जवाब भी किए।

महिला सशक्तिकरण की मिसाल बनी युवतियों व बालिकाओं का होगा सम्मान
उदयपुर, 12 सितंबर। बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ, वन स्टॉप केन्द्र, जिला महिला सहायता समिति की त्रैमासिक बैठक गुरुवार को आयोजन एडीएम प्रशासन दीपेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में जिला कलक्टर सभागार में आयोजित हुई। बैठक में एडीएम प्रशासन ने योजना के तहत करवाये गये कार्यों की समीक्षा की और बालिकाओं को सशक्त करने एवं अन्य बालिकाओं को प्रेरित करने के उद्देश्य से जिले की संघर्षो से आगे आकर खुद का जीवन बेहतर करने वाली लड़कियों एवं बालिकाओं का सम्मान कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए।
महिला अधिकारिता उपनिदेशक संजय जोशी ने जिले के लिंगानुपात पर चर्चा करते हुए बताया कि वर्ष 2024-25 का उदयपुर जिले का 940 लिंगानुपात है। साथ ही जिला स्तर पर  शिक्षा विभाग के सहयोग से 10 वीं एवं 12वीं कक्षा में मेरिट में श्रेष्ठ 10-10 बालिकाओं  को 5000 रूप्ये चैक एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान करना, ब्लॉक स्तर नारी चैपल कार्यक्रम का आयोजन के साथ-साथ विभिन्न प्रचारात्मक कार्य किये जायेगें।

जिला जन अभियोग निराकरण एवं सतर्कता समिति की बैठक 19 को
उदयपुर, 12 सितंबर। आमजन के अभाव अभियोग प्राप्त कर उन पर नियमानुसार त्वरित कार्यवाही को लेकर गठित जिला जन अभियोग निराकरण एवं सतर्कता समिति की बैठक गुरुवार 19 सितंबर को सुबह 10.30 बजे जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट परिसर स्थित राजस्थान संपर्क आईटी केंद्र में आयोजित होगी। प्रभारी अधिकारी सतर्कता एवं एडीएम सिटी राजीव द्विवेदी ने सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक सूचनाओं के साथ बैठक में उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं। उपखण्ड स्तरीय अधिकारीगण भी निर्धारित समय पर पंचायत समिति मुख्यालय के संपर्क केंद्र से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुडेंगे।

By Udaipurviews

Related Posts

error: Content is protected !!