उदयपुर। राजपूत महासभा संस्थान के नव निर्मित राजपूत भवन में पहली बार महिला प्रकोष्ठ द्वारा गणगौर और लड्डू गोपाल को पामणा किया गया। इस भव्य आयोजन का नेतृत्व महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष रेखा चुण्डावत ने किया। इस कार्यक्रम में सर्व समाज की महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी परंपराओं को जीवंत किया।
राजपूत भवन में पहली बार आयोजित इस आयोजन ने सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक एकता का संदेश दिया। गणगौर महोत्सव राजस्थान की महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है, और इस अवसर पर परंपरागत रीति-रिवाजों के साथ गणगौर माता एवं लड्डू गोपाल का पूजन किया गया। महिलाओं ने शुभ मंगल गीतों के साथ गणगौर माता की विदाई यात्रा निकाली और पारंपरिक वेशभूषा में नृत्य एवं भजन संध्या का आयोजन भी किया।
यह पहला मौका था जब राजपूत महासभा संस्थान के महिला प्रकोष्ठ द्वारा राजपूत भवन में इस तरह का आयोजन हुआ। इस दौरान कई गणमान्य महिलाओं ने अपने विचार साझा किए और समाज में महिलाओं की संस्कृति संरक्षण में भूमिका को अहम बताया। रेखा चुण्डावत ने इस अवसर पर कहा कि यह आयोजन हमारी परंपराओं को संरक्षित करने और नई पीढ़ी को उनसे जोड़ने का प्रयास है। हमें गर्व है कि हमने सर्व समाज की भागीदारी के साथ इसे संपन्न किया। इस आयोजन में विभिन्न समाजों की महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और इसे सफल बनाने में मनीषा राठौड़ महासचिव, रेखा राजावत सचिव,दीपिका गहलोत वरिष्ठ उपाध्यक्ष, प्रेम कुंवर सास्कृतिक मत्री, दीपिका गहलोत उपाध्यक्ष, किरण खींची प्रचार प्रसार, नैना सोलंकी प्रचार प्रसार मत्री ने सहयोग किया। कार्यक्रम का समापन प्रसादी वितरण के साथ हुआ, जहां उपस्थित महिलाओं ने प्रसाद ग्रहण कर एकता और भाईचारे का संदेश दिया।
राजपूत समाज ने किया गणगौर और लड्डू गोपाल को पामणा
