उदयपुर, 18 जुलाई : झाड़ोल थाना क्षेत्र से अपहृत 13 वर्षीय बालक को बेचने के मामले में पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार कर बड़ा खुलासा किया है। पीड़ित पिता रूपलाल खराड़ी निवासी दमाणा तालाब ने 1 सितंबर 2024 को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि उसका बेटा भरत 20 अगस्त को घर से निकलने के बाद वापस नहीं लौटा। काफी तलाश के बावजूद कोई सुराग नहीं मिलने पर पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
झाड़ोल थानाधिकारी फैलीराम मीणा के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने तकनीकी और मनोवैज्ञानिक तरीके से जांच करते हुए बच्चे को दस्तयाब कर लिया। जांच में सामने आया कि भरत को बहला-फुसलाकर काम दिलाने के बहाने अपहरण कर पाली ले जाया गया, जहां उसे बेचने की कोशिश की गई।
पुलिस ने आरोपी देवाराम उर्फ बाबूलाल (निवासी आहोर, जालौर) को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। अब इस मामले में प्रमुख आरोपी महिला मीरा देवी पत्नी अर्जुनलाल पारगी (उम्र 50 वर्ष, निवासी चतरपुरा, झाड़ोल) को भी गिरफ्तार किया गया है।
महिला से गहन पूछताछ जारी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए उदयपुर एसपी योगेश गोयल के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंजना सुखवाल और वृताधिकारी नेत्रपाल सिंह के निर्देशन में जांच तेज़ी से आगे बढ़ाई जा रही है।
यह कार्रवाई झाड़ोल पुलिस की सतर्कता और टीमवर्क का उदाहरण है, जिससे न केवल एक मासूम की जान बची, बल्कि एक मानव तस्कर गिरोह का भी पर्दाफाश हुआ।