प्रतीक जैन
खेरवाड़ा,श्री रामवाटिका में चल रही रामलीला के 8 वे दिन सीता खोज और लंका दहन का मंचन किया गया जिसे देख दर्शक उत्साहित हुए। हनुमान समुद्र पार कर लंका जाते है और माता सीता की खोज कर लंका दहन करते हैं। इस रामलीला से यह संदेश दिया गया कि नारी के आत्मसम्मान पर बात आयेगी तो कैंडल नहीं बल्कि लंका दहन किया जाता है, यह भारत की पुरानी परंपरा है। रामलीला के संचालक पंडित अशोक उपाध्याय ने बताया कि रामलीला टीम द्वारा सहयोग के लिए समारोह में शामिल अतिथि प्रवीण कलाल पलसिया ,विमल कोठारी खेरवाड़ा , यशवंत जोशी ,प्रमोद अग्रवाल, बजरंग अग्रवाल, पवन अग्रवाल,अमृत लाल पंचाल ,शंकर लाल पंचाल , जगदीश व्यास ,ओम प्रकाश अग्रवाल, रणछोड़ लाल का पगड़ी एवं उपर्णा ओढ़ाकर स्वागत किया गया। रामलीला महोत्सव में नगर के कई समाजजन उपस्थित रहे।
सीता खोज एवं लंका दहन का रामलीला में किया गया मंचन
