उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने देवराज के परिवार से की मुलाक़ात, बँधाया ढाढ़स

उपमुख्यमंत्री दियाकुमारी का उदयपुर दौरा
सरकार की ओर से 8 लाख रुपये की तात्कालिक सहायता राशि भी सौंपी
उदयपुर, 6 सितम्बर। प्रदेश की उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी अपनी दो दिवसीय उदयपुर यात्रा के तहत शुक्रवार सुबह दिवंगत छात्र देवराज मोची के घर पहुंचीं। उपमुख्यमंत्री ने उदयपुर के खेरादीवाड़ा स्थित स्व. देवराज के घर पर पहुंच दिवंगत की तस्वीर पर पुष्पांजलि की। इस दौरान उपमुख्यमंत्री ने दिवंगत छात्र के परिवारजन को ढाढ़स बंधाया और कहा कि राज्य सरकार आपके साथ है। उन्होंने आश्वस्त किया कि दोषियों के विरुद्ध नियमानुसार सख्त कार्यवाही की जाएगी।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने दिवंगत छात्र के परिजनों को राज्य सरकार की ओर से 8 लाख रुपए की तात्कालिक सहायता राशि उपलब्ध कराई और जिला कलक्टर को निर्देश दिए कि परिजनों को सरकार की तरफ से हरसंभव राहत उपलब्ध कराई जावे।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया, शहर विधायक ताराचंद जैन, जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल, उपमहापौर पारस सिंघवी, पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह राठौड़, समाजसेवी प्रमोद सामर, रविन्द्र श्रीमाली, चंद्रगुप्त सिंह चौहान, गजपालसिंह राठौड़, पार्षद शिल्पा पामेचा आदि भी मौजूद रहे।

उन्दरी गाँव में मज़दूरों का ई-श्रम कार्ड का पंजीकरण
उदयपुर, 6 सितंबर। दत्तोपंत ठेंगड़ी राष्ट्रीय शिक्षा एवं विकास बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशालय उदयपुर की ओर से 3 दिवसीय जागरूकता सह पंजीकरण कार्यक्रम गिर्वा ब्लॉक के उन्दरी गांव में आयोजित हुआ। दत्तोपंत ठेंगड़ी राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड के क्षेत्रीय निर्देशालय के क्षेत्रीय निदेशक प्रभारी जगदीप सिंह ने कहा कि शिविर में गाँव के असंगठित क्षेत्र के मज़दूरों के लिए ई-श्रम कार्ड का पंजीकरण किया और सरकार की कल्याणकारी योजना यथा प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा, अटल पेंशन आदि के बारे में जानकारी प्रदान की और इन योजनाओं का लाभ लेने की बात कही। समाजसेवी अनिल मीणा ने भी ग्रामीणों को जागरूक किया।

राजस्थानी मोट्यार परिषद् ने केन्द्रीय मंत्री शेखावत को दिया ज्ञापन
राजस्थानी को राजभाषा बनाना आठवीं अनुसूची के लिए पहला कदम है

उदयपुर 6 सितंबर, भारत सरकार के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को आज उदयपुर में राजस्थानी मोट्यार परिषद् की और से प्रदेश की भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए ज्ञापन दिया गया।
मंत्री शेखावत ने प्रतिनिधि मंडल से कहा कि मैं भी तीस सालों पहले इस आंदोलन से जुड़ा। मायड़ भासा की महत्ता कहीं छुपी हुई नहीं है। इस संबंध में मोट्यार परिषद् के प्रयास की सराहना करता हूं।
राजस्थानी की संवैधानिक मान्यता के लिए इसे प्रदेश की राजभाषा बनाना पहला महत्वपूर्ण कदम होगा। मैं भी आपके विचारों से सरकार को अवगत कराऊंगा। प्रतिनिधि मंडल में संगठन के संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शिवदान सिंह जोलावास, पूर्व छात्र नेता कुलदीप सिंह चुण्डावत थे । मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के केन्द्रीय अध्यक्ष अशोक सिंह मेतवाला, जौहर स्मृति संस्थान पदाधिकारी संगीता चौहान, समाजसेवी गजपाल सिंह राठौड़ आदि थे। उक्त जानकारी संभाग अध्यक्ष राहुल सिंह भाटी ने दी।

By Udaipurviews

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