उदयपुर। गुरुदेव श्री श्री 1008 महामण्डलेश्वर मनीषानंद महाराज के सानिध्य में 9 दिवसीय श्री नवचंडी महायज्ञ, मंत्र जाप एवं भजन संध्या का आयोजन 15 अक्टूबर से नवरात्री पर्व के अवसर पर सायरा तहसील के प्राचीन श्री मृगेश्वर महादेव मन्दिर की भूमि भृगुऋषि तपोस्थली आश्रम गंाव कांजी का गुड़ा पंचायत जेमली में होने जा रहा है।
मनीषानन्द महाराज ने आज यहंा आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि 15 अक्टूबर 2023 को दोपहर 12.02 बजे कलश स्थापना के साथ आयोजन का श्री गणेश होगा। प्रतिदिन प्रातः पूजन, मंत्र जाप एवं हवन विद्वान पण्डितो द्वारा पारम्परिक विधि विधान से किया जायेगा, साथ ही रात्रि में प्रसिद्ध भजन गायकों द्वारा संगीतमय मनभावक 7 दिवसीय भजन संध्या अलग-अलग गायक कलाकारों द्वारा व 1 द्विवसीय पारम्परिक गरबा महोत्सव का आयोजन रखा गया है, जिसमें 15 अक्टूबर से दीपक मतराना, लहरुदास वैष्णव, महेंद्रसिंह राठौड, छोटू सिंह रावणा, महेंद्रसिंह बरवड़, गुरुमुखी सत्संग भक्तमण्डल एवं ग्रामवासियों द्वारा एवं मेरूलाल भाट अपनी अपनी प्रस्तुति देंगी। अंतिम दिन 23 अक्टूबर को पूजन हवन के साथ पुर्णाहूति, कन्या पूजन एवं महाप्रसादि का विशाल आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि यहा स्थापित महादेव और सिद्ध भूमि आश्रम के दर्शन मात्र से ही समस्त रोगों का नाश होता है। यहां जाने वाला कोई भी भक्त कभी भी खाली हाथ नहीं लौटा है। समस्त धर्मप्रेमी जनता एवं प्रत्येक नागरिक की बिना किसी भेदभाव से मनोकामना पूर्ति एवं किसी भी संकट से मुक्ति प्राप्त होती है। नवचंडी साधना माँ भगवती की पूजा है. पूजा द्वारा जीवन में शक्ति, समृद्धि, सफलता की प्राप्ति होती है. दुर्गा पूजन द्वारा साधक को सभी प्रकार की शक्तियों की प्राप्ति होती है राजनीती, व्यापार आदि सभी क्षेत्रों में विजय निश्चित होती है। प्राचीन विद्याओं का लाभ सभी आम जन को मिले. साथ ही आश्रम सदैव आम नागरिकों, जनता लिए कल्याणकारी सोच रखता है, विशेष योग में नवरात्री होने से इस यज्ञ में भाग लेने वाले सभी अधालुओं को अपने क्षेत्र में विजय लाभ मिलेगा ही मिलेगा साथ ही विशेष योग के कारण इस यश से आश्रम से 27-27 कोस दूर तक माँ जगदंबा की कृपा रहेगी। इस नवरात्रि में माँ जगदवा की विशेष कृपा अपनी सहभागिता से प्राप्त की जा सकती है।
9 दिवसीय नवचण्डी यज्ञ 15 से
