देश में स्वतंत्रता का बीज प्रताप ने बोया – प्रो. सारंगदेवोत

उदयपुर 20 मई / वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप की 483वीं जयंति पर आयोजित तीन दिवसीय समारेाह के तहत शनिवार को जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय की ओर से प्रतापनगर स्थित आईटी सभागार में ‘‘ महाराणा प्रताप की सैन्य नीति का वर्तमान परिप्रेक्ष्य में सामरिक महत्व ’’ विषय पर आयोजित एक दिवसीय संगोष्ठी के मुख्य अतिथि एमपीयूटी के पूर्व कुलपति प्रो. एन.एस. राठौड़ ने कहा कि महाराणा प्रताप ने पूरे विश्व को एक संदेश दिया कि व्यक्ति अगर स्वतंत्र नहीं है तो वह अपनी इच्छाओं को कभी क्रियान्वित नहीं कर सकता, वो सपने नहीं देख सकता, वो कोई कार्य नहीं कर सकता व आगे भी नहीं बढ सकता। हमें सबसे पहले स्वतंत्र होना है और स्वतंत्रता र्प्रािप्त के लिए हमें सदैव तैयार रहना चाहिए। मेवाड़ को विदेशों में भी महाराणा प्रताप के नाम से जाना जाता है। अकबर का सपना था कि पूरे देश पर अपना कब्जा कर लूं, सभी राजा, महाराजाओं ने समझौता कर लिया, मेवाड़ में प्रताप ने अपने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया।  कई प्रलोभन भी दिये लेकिन वे अंत तक अडिग रहे। वो चाहते थे कि उनकी प्रजा किसी के अधीन नहीं रहे और अंत तक युद्ध करते रहे और अकबर की सेना को पीछे हटना पडा। महाराणा प्रताप के पांच गुणों पर चर्चा करते हुए कहा कि वे मस्तिष्क को केन्द्र में रखते हुए विचार करते थे और आगे की नीति निर्धारित करते थे। दूसरा गुण शारीरिक शक्ति के अनुशासन वो आयुध धारण करते थे। तीसरा गुण उनका आत्म बल बहुत ही मजबूत था जो किसी भी परिस्थिति में निर्णय लेने की क्षमता को दर्शाता है। वही, उनका चौथा गुण  उनकी सधी  हुई, दिनचर्या के रूप में था जिसमें ईश्वर स्मरण के साथ प्रारंभ होकर अन्य कार्य को सम्पादित करते थे। पांचवा गुण देश भक्ति स्वाभाविक गुण था जो उन्हे विरासत में मिला था।
अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने कहा कि भारतीय संस्कृति, भारतीय स्वाभिमान, भारतीय गौरव, भारतीय वैभव, भारतीय त्याग, बलिदान, भारतीय शौर्य, वीरता आदि को गाथा के रूप में कहना चाहेंगे तो हमारे सामने एक ही नाम आता है वो है वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप। हर माता-पिता मातृभूमि  से यही प्रार्थना करते है कि उसे ऐसे पुत्र को जन्म दें जैसे हैं महाराणा प्रताप। महाराणा प्रताप एक ऐसे व्यक्तित्व है जिन्हे 483 वर्ष होने के बाद भी उन्हे श्रद्धा  भाव के साथ याद किया जा रहा है। ये किंवदंतियॉ नहीं हो सकती, ये इतिहास की बाते नहीं हो सकती है, ये उनका जीता जागता त्याग, तपस्या, वीरता, शौर्यता, बलिदान के कारण आज हम जिस स्वाधीन देश में रह रहे है, स्वातंत्र का बीज महाराणा प्रताप ने बोया है।  यह कोई इतिहास की बात नहीं है। क्योकि प्रताप एक ऐसा व्यक्तित्व रहा है, उन्होने समाज को बहुत कुछ दिया। सैन्य नीति का सामरिक पक्ष बताते हुए कहा कि जिस प्रकार वेदों में वर्णित है, उसी प्रकार प्रताप ने प्राणानन और अपानन पद्धति का प्रयोग करते हुए हल्दीघाटी का युद्ध लडा। महाराणा प्रताप को वेदों और पुराणों का अच्छी तरह से ज्ञान था। उसी अनुरूप इस पद्धति का युद्ध में प्रयोग किया। प्रताप ने 14

वर्ष की उम्र में पहला युद्ध लड़ा। 1567 में जब अकबर ने चितौड़ पर आक्रमण किया तो वहॉ से प्रताप और उदय सिंह को सुरक्षित निकाला गया। प्रताप की सेना में 20 हजार सैनिक थे जबकि अकबर की सेना में 80 हजार सैनिक थे , उनका पूरा युद्ध गोरिल्ला पद्धति से किया और अंत में अकबर की सेना को पीछे हटना पडा।
विशिष्ठ अतिथि भंवर लाल गुर्जर ने कहा कि प्रताप किसी जाति वर्ग के न हो कर सर्वजन के मान्य थे। यहॉ की जनता उन्हे उस समय भगवान मानती थी। प्रताप की सेना में सबसे अधिक संख्यॉ भील समुदाय की थी। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में जातिवाद से दूर रहते हुए हमें आगे बढना होगा। इस अवसर पर पन्नाधाय गुजरी के त्याग, तपस्या एवं बलिदान की चर्चा करते हुए उन्हे भी याद किया।
संगोष्ठी का शुभारंभ मॉ सरस्वती एवं महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्जवलित कर किया।
प्रारंभ में निदेशक प्रो. जीवन सिंह खरकवाल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए संगोष्ठी की जानकारी दी। संचालन डॉ. कुल शेखर व्यास ने किया।
संगोष्ठी में प्रो. आईजे माथुर, प्रो. मंजु मांडोत, परीक्षा नियंत्रक डॉ. पारस जैन, डॉ. अवनीश नागर, डॉ. हिना खान,  डॉ. प्रकाश शर्मा,  डॉ. भवानीपाल सिंह राठौड़, भगवती लाल सोनी, डॉ. नवल सिंह राजपुत, गजेन्द्र सिंह, डॉ. महेन्द्र सिंह सोलंकी, डॉ. मानसिंह  डॉ. मधु मुर्डिया, डॉ. लाला राम जाट, डॉ. सुनील चौधरी, डॉ. गौरव गर्ग, डॉ. हेमंत साहू, डॉ. चन्द्रेश छतलानी, डॉ. प्रियंका सोनी, नारायण पालीवाल, शोएब कुरैशी सहित कार्यकर्ताओं ने प्रताप के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धा भाव से नमन किया।

By Udaipurviews

Related Posts

error: Content is protected !!