डॉ. भीमराव अम्बेडकर राजस्थान दलित आदिवासी उद्यम प्रोत्साहन योजना

जिले में दलित आदिवासियों को उद्यम के लिए प्रोत्साहन जरूरी-कलक्टर
उदयपुर 16 मार्च। जिला उद्योग केन्द्र व दलित इण्डियन चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज के तत्वावधान में डॉ. भीमराव अम्बेडकर राजस्थान दलित आदिवासी उद्यम प्रोत्साहन योजना की आमुखीकरण कार्यशाला गुरुवार को जिला कलक्टर ताराचंद मीणा की अध्यक्षता में आयोजित हुई।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए कलक्टर मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में उद्योगों को प्रोत्साहित करने एवं यहां की युवा प्रतिभाओं को उनके हुनर के अनुसार प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न उद्यम योजनाओं व कार्यक्रमों का संचालन किया है। ऐसे में हम सभी का दायित्व है कि इन योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए अधिक से अधिक पात्र जनों को लाभान्वित करें।
क्षेत्रीय विकास में मील का पत्थर साबित होगी योजना:  
कलक्टर ने कहा कि जिले की भौगोलिक परिस्थितियां विषम हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में अनुसूचित जाति व जनजाति का बाहुल्य है, ऐसे में कृषक एवं अन्य वर्ग दैनिक कार्य एवं लघु उद्योगों पर निर्भर है ऐसे में डॉ भीमराव अम्बेडकर राजस्थान दलित आदिवासी उद्यम प्रोत्साहन योजना के माध्यम से उन्हें सहायता प्रदान करते हुए उद्यम स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित कर उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाया जाए तो यह योजना क्षेत्रीय विकास के लिए मील का पत्थर साबित हो सकती है।
अंबेडकर जयंती पर होगा विशेष शिविर:
कार्यशाला में कलक्टर ने राष्ट्रहित में डॉ. भीमराव अंबेडकर के योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दलित वर्ग के उत्थान के लिए वे सदैव प्रयासरत रहे और आज राज्य सरकार ने उनके नाम से इस योजना का संचालन कर दलित वर्ग के उत्थान व कल्याण के लिए एक सकारात्मक प्रयास किया है। ऐसे में आगामी 14 अप्रेल को आने वाली अंबेडकर जयंती पर जिला मुख्यालय पर एक विशाल शिविर का आयोजन किया जाएगा और इसमें इस योजना के तहत अधिकाधिक आवेदन तैयार करवाए जाएंगे। कलक्टर ने इससे पहले संबंधित संगठनों की बैठक आयोजित करने के निर्देश उद्योग केन्द्र अधिकारियों को दिए
उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद विभिन्न विभागों के अधिकारियों व संबंधित संगठनों के प्रतिनिधियों को मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप हर वर्ग के कल्याण के संचालित योजनाओं की जानकारी आमजन तक पहुंचाने व अंतिम तबके तक के व्यक्ति को इन योजनाओं का लाभ पहुचाने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में उद्योग विभाग के अतिरिक्त निदेशक आर.के.आमेरिया योजना की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यह योजना अनुसूचित जाति व जनजाति के जीवन स्तर में वृद्धि करने के उद्देश्य से राज्य के गैर कृषि क्षेत्रों यथा-विनिर्माण, सेवा एवं व्यापार के लिए लागू की गई है। इस योजना के माध्यम से लक्षित वर्गों को उद्योग, सेवा एवं व्यापारिक गतिविधियों से संबंधित परियोजना की स्थापना, विस्तार विविधिकरण, आधुनिकिकरण हेतु विभिन्न प्रकार की सहायता एवं सुविधाएं प्रदान कर ऋण उपलब्ध करवाना है।
टीएडी उपायुक्त पर्वत सिंह चुण्डावत ने जनजाति क्षेत्रों से इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन की बात कही और जनजाति युवाओं को जागरूक होकर इन योजनाओं का लाभ उठाने एवं संबंधित विभागों को ऐसी योजनाओं के संबंध में अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने का आह्वान किया। जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक शैलेन्द शर्मा ने जिला उद्योग केन्द्र द्वारा संचालित विभिन्न उद्यम प्रोत्साहन योजनाओं, ऋण सुविधाओं एवं अन्य जनोपयोगी कार्यक्रम की जानकारी दी।
यह है योजना से लाभ पाने की प्रक्रिया:
महाप्रबंधक शैलेन्द्र शर्मा ने डॉ भीमराव अम्बेडकर राजस्थान दलित आदिवासी उद्यम प्रोत्साहन योजना की मुख्य विशेषताओं के तहत नए उद्यम की स्थापना अथवा स्थापित उद्यम के विस्तार विविधिकरण या आधुनिकिकरण हेतु कम लागत पर ऋण उपलब्ध कराना, व विनिर्माण सेवा एवं व्यापार उपक्रमों हेतु ऋण उपलब्ध कराने की प्रक्रिया की जानकारी दी और कहा कि योजना की पात्रता के अनुरूप आवेदक राजस्थान का मूल निवासी हो और आवेदन के समय आवेदक की आयु 18 वर्ष से अधिक हो। रीकों के अजय पण्ड्या ने की औद्योगिक प्रोत्साहन कार्यक्रमों के बारे में विचार रखे और औद्योगिक क्षेत्रों को बढ़ावा देने के लिए रीको की ओर से किये जा रहे प्रयासों की जानकरी दी।
कार्यक्रम में दलित इण्डियन चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज के संभाग संयोजक राजेश खटीक, भीमराव अंबेडकर जयंती समारोह मंच के संयोजक शैलेन्द्र, सामाजिक न्याय अधिकारिता उपनिदेशक मान्धाता सिंह, अनुजा निगम के परियोजना प्रबंधक गिरीश भटनागर, जिला उद्योग केन्द्र की उपनिदेशक मंजू माली आदि ने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन उ़द्योग प्रसार अधिकारी चोखाराम ने किया।

By Udaipurviews

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