
पत्रकार का स्वाभिमान उसकी खबरें: प्रभु चावला
- हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर जार की ओर से स्वाभिमान से साक्षात्कार कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार प्रभु चावला का सम्बोधन। चित्तौड़गढ़। पत्रकारिता का आत्म सम्मान तभी रह सकता है जब पत्रकार की आत्म निर्भरता होगी। ग्रामीण पत्रकार भारत की आत्मा है और हिन्दुस्तान की पत्रकारिता में अन्य देशों के मुकाबले आज भी दम है। यह पत्रकारिता का ही कमाल है कि भारतीय लोकतंत्र में सत्ता तक परिवर्तन होते रहते है। पत्रकार का स्वाभिमान खबर है और आज की पत्रकारिता खरी नही है। हमने आंख और कान दोनो बंद कर रखे है। उक्त विचार हिन्दुस्तान के दिग्गज पत्रकार प्रभु चावला ने…