– अपने जमाने के सदाबहार नगमे सुनकर पुरानी यादें हुई ताजा
उदयपुर, 5 नवम्बर। शहर के सुरीले गायकों के उभरते हुए सुर संगम म्यूजिकल ग्रुप की ओर से बुधवार को मां द्रोपदी देवी आनंद वृद्धाश्रम, उदयपुर में पुराने सदाबहार गीतों का कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें 7 गायकों ने 21 सदाबहार नगमे गाकर सुरों की सरिता बहा दी।
सुर संगम म्यूजिकल ग्रुप की संयोजिका वीनू वैष्णव ने बताया कि वृद्धजनों के स्वस्थ्य मनोरंजन हेतु यह आयोजन किया गया। जिससे वृद्धजनों ने अपने जमाने के सदाबहार नगमे सुनकर पुरानी यादें ताजा हो गई और नव ऊर्जा का संचार हुआ । कार्यक्रम में सी.पी.गन्धर्व ने आने वाला पल जाने वाला है…, वीनू वैष्णव ने अब तो है तुमसे..,जाने जा ओ हरजाई.., योगेश उपाध्याय ने दिन ढल जाए… गोपाल गोठवाल ने जिंदगी प्यार का गीत है..,निखिल माहेश्वरी ने आ चल के तुझे…, शितिपरना ने यशोमती मैया से बोले नंदलाला…., हिम्मत सिंह राठौड़ ने ये शाम मस्तानी…, गुलाबी आंखें जो तेरी पेश कर खूब वाहवाही लूटी तो हमसफर मेरे हमसफर…,याद किया दिल ने….,मेरा प्यार भी तू है….,पत्ता पत्ता…, हाथों की चंद लकीरों का…,एक प्यार का नगमा है गानों को लाईव सुनकर पुरानी यादें ताजा हो गई। इसके बाद प्रस्तुत किए गए गीत जिंदगी हंसने गाने के लिए है पल…,देखा ना हाय रे सोचा ना…,झुमका गिरा रे बरेली…ओ मेरी जोहरा जबीं…,अपनी तो जैसे तैसे कट जाएगी.. पर तो सभी वृद्धजन झूम उठे और पूरा माहौल संगीतमय बना दिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गिरिजा नायर, साधना, रेखा, राजेश खन्ना एवं सतीश कलाल थे। कार्यक्रम में सुर संगम ग्रुप के गायकों का पगड़ी, उपरणा पहनाकर सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन चन्द्र प्रकाश गन्धर्व एवं धन्यवाद एवं आभार वीनू वैष्णव द्वारा दिया गया।
सुर संगम म्यूजिकल ग्रुप ने बहाई वृद्धाश्रम में सुरों की सरिता
