भीलवाड़ा : सीएमएचओ डॉ. रामकेश गुर्जर ने संज्ञान लेकर किया चिकित्सा संस्थानों का निरीक्षण, सुधार हेतु आवश्यक कार्यवाही के दिए निर्देश

चिकित्सकों की अनुपस्थिति और भवनों की खस्ता हालत पर सीएमएचओ सख्त
संविदा कार्मिकों के मानदेय भुगतान की कार्यवाही शीघ्र होगी पूरी

भीलवाड़ा, 1 नवम्बर। राजस्थान पत्रिका के भीलवाड़ा संस्करण में शनिवार को प्रकाशित खबर “आयुष्मान आरोग्य मंदिरः कायापलट का दावा, हकीकत में बदहाली और डॉक्टर नदारद” पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. रामकेश गुर्जर ने त्वरित संज्ञान लेते हुए शनिवार को शहरी चिकित्सा संस्थानों का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिला कार्यक्रम प्रबंधक (शहरी) निशा आमेटा सहित चिकित्सा अधिकारी व चिकित्साकर्मी मौजूद रहे।

सीएमएचओ डॉ. गुर्जर ने लैबर कॉलोनी, जवाहर नगर, नाड़ी मोहल्ला और आजाद नगर स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की वास्तविक स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान चिकित्सकीय व्यवस्थाएं, भवन की स्थिति, स्वच्छता, विद्युत एवं जल आपूर्ति तथा स्टाफ उपस्थिति रजिस्टर की जांच की गई। निरीक्षण के बाद सीएमएचओ ने संबंधित चिकित्सा अधिकारियों और कार्मिकों को तत्काल सुधार के निर्देश जारी किए तथा लापरवाही पर सख्त रुख अपनाया।

सीएमएचओ डॉ. रामकेश गुर्जर ने बताया कि पुर रोड पर स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर नगर निगम द्वारा आवंटित निशुल्क भवन में संचालित है। भवन की बाहरी क्षतिग्रस्त दीवारों की मरम्मत के लिए नगर निगम को पत्र प्रेषित किया गया है। चिकित्सक की अनुपस्थित को लेकर चिकित्सक की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कार्यकारी एंजेसीं को पाबंद कर दिया ताकि मरीजों को सुरक्षित एवं स्वच्छ वातावरण मिल सके।

रिपोर्ट के अनुसार, शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर, चन्द्रशेखर आजाद नगर में चिकित्सा अधिकारी का पद रिक्त होने से वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सप्ताह में तीन दिन चिकित्सक की ड्यूटी लगाई गई है। जिसके कारण संस्थान पर सप्ताह में 3 दिन ही चिकित्सक की सेवाएं आमजन को प्राप्त हो पाती है। संस्थान के बाहर लगे ट्रांसफॉर्मरों से संभावित खतरे को देखते हुए विद्युत विभाग को आमजन की सुरक्षा के लिए सुरक्षा दीवार लगाने/तारबंदी हेतु पत्र भेजा गया है। यहा संस्थान की साफ-सफाई व अन्य सभी व्यवस्थाएं सही पाई गयी।

जवाहर नगर स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर के लिए राजकीय भवन उपलब्ध न होने से इसका संचालन किराए के भवन में किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान भवन में पानी टपकने और दवा बोर्ड क्षतिग्रस्त होने की जानकारी मिली। इस पर सीएमएचओ ने तत्काल मरम्मत कार्य करवाने के निर्देश दिए हैं। संस्थान के बोर्ड को बाहर लगवा दिया गया है साथ ही परिसर की साफ-सफाई, दवाइयों के सुरक्षित भंडारण और समय पर चिकित्सा संस्थानों में उपस्थित होकर मरीजों को स्वच्छ वातावरण में सेवा देने के लिए चिकित्सा अधिकारियों व कार्मिकों को सख्त निर्देश जारी किए गए।

सीएमएचओ डॉ. गुर्जर ने कहा कि शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में कार्यरत कुछ संविदा कार्मिकों के मानदेय बिल राज्य स्तर से बजट हस्तांतरण की प्रक्रिया में देरी होने के कारण भुगतान में देरी हुई है। बजट प्राप्त होने पर शीघ्र भुगतान कर दिया जाएगा।

संस्थानों में गुणवत्ता सुधार को लेकर सीएमएचओ का सख्त संदेश-

सीएमएचओ डॉ. गुर्जर ने कहा कि विभाग जनस्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने के लिए प्रतिबद्ध है। जहां भी चिकित्सा संस्थानों में अव्यवस्था या कमी पाई जाएगी, वहां तुरंत सुधारात्मक कार्यवाही की जाएगी ताकि आमजन को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें।

“समाचार पत्र में प्रकाशित खबर को हमने गंभीरता से लिया है। संबंधित आरोग्य मंदिरों का निरीक्षण कर आवश्यक सुधार के निर्देश दिए गए हैं। जनस्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता और गुणवत्ता हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”

By Udaipurviews

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