गणेशजी को 1008 गणपति महामंत्र से दूर्वा अर्पण
बाँसवाड़ा शहर का चर्चा का विषय रहें किशनपोल बालमुकुन्द गणेश मण्डल तेली समाज की श्री राधाकृष्ण मंदिर परिसर में जिलाध्यक्ष श्री नारायणलाल सलाड़िया एवं किशनपोल ईकाई अध्यक्ष श्री भगवतीलाल बरोड़िया के मार्गदर्शन में गणेश मण्डल की बैठक सम्पन हुई । बैठक का श्री गणेश भगवान श्री गणेशजी को 1008 गणपति महामंत्र से दूर्वा अर्पण एवं जयकारों के साथ किया गया । इसके साथ ही सभी कार्यकर्ताओं ने गणेश उत्सव को भव्य बनाने का संकल्प लिया एवं गणेशोत्सव को लेकर सभी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां सौंपी गई । इन दिनों सभी शहरों में गणेश महोत्सव की धूम मची हुई है । लेकिन बाँसवाड़ा जिले में किशनपोल बालमुकुन्द गणेश मण्डल तेली समाज के कार्यकर्ताओं में विशेष उत्साह हैं ।
विशेष – इस बार बालमुकुन्द गणेश जी 3 किलो 197 ग्राम के रजत छत्र से सुशोभित होकर भक्तों को दर्शन देगे ।
बालमुकुन्द गणेश मण्डल की इस झांकी की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह बाँसवाड़ा जिले की एक मात्र चलचलित कम्प्यूटराईज़्ाड झांकी है । यह मण्डल प्रतिवर्ष सभी पाण्डालों से हट कर झांकी तैयार करता है जैसे की – अयोध्या श्री राम मंदिर माॅडल, प्रभु रथ में हुए सवार, कालिया मर्दन, सागर मंथन, मटकी फोड़, अखण्ड भारत आदि झांकी प्रतिवर्ष स्थापित कर आकर्षण का केन्द्र बना रहता है । आपको बतादे इस किशनपोल बालमुकुन्द गणेश मण्डल तेली समाज को भारत साधुसमाज के महामंत्री – महामण्डलेश्वर श्री हरिओमदासजी महाराज, लालीवाव मठ द्वारा संकल्प भी दिलाया गया है कि प्रतिवर्ष छोटी प्रतिमां स्थापित कि जाए तो यह किशनपोल बालमुकुन्द गणेश मण्डल प्रतिवर्ष 2से3 फिट की छोटी प्रतिमां स्थापित करता है एवं भगवान गणेशजी की झांकी भी इन्हीं के मार्गदर्शन में तैयार करता है । झांकी में प्रतिमा जानेमाने मूर्तिकार स्व. श्री मांगीलालजी प्रजापत परिवार द्वारा बनाई जा रही है ।
मण्डल की एक और विशेषता से आप सभी को अवगत कराया जा रहा है कि यह मण्डल प्रतिवर्ष गणेशोत्सव के पश्चात 5 दिनों के अंदर अपनी आय-व्यय ब्यौरा वार्षिक पत्रिका समाज के घर-घर वितरण करता है । पिछले वर्ष इसी मण्डल ने अपनी पिछले 12वर्षो की बचत राशी से 3 किलो 1.97 ग्राम का रजत छत्र बनवाया गया था । मण्डल द्वारा प्रतिवर्ष गणेशोत्सव में प्रतिभा सम्मान समारोह एवं महाप्रसादी का अयोजन भी होता है ।
बांसवाड़ा : बालमुकुन्द गणेशोत्सव का आगाज
