उदयपुर, 28 जून : रेजीडेंट डॉक्टर रवि शर्मा की मौत के बाद शुरू हुई रेजीडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल शनिवार को दसवें दिन भी जारी रही। आंदोलन के दौरान मेडिकल कॉलेज के प्रशासनिक भवन के बाहर चार डॉक्टर—डॉ. राहुल, डॉ. अविनाश, डॉ. ज्योति और डॉ. पियनक भूख हड़ताल पर बैठे। रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के महासचिव डॉ. हितेश शर्मा ने बताया कि कॉलेज प्रशासन की ओर से आंदोलन खत्म करने का दबाव बनाया जा रहा है, जबकि सरकार अब तक उनकी मांगों पर कोई स्पष्ट रुख नहीं ले पाई है।
डॉ. हितेश ने बताया कि जिस हॉस्टल में करंट लगने से डॉ. रवि शर्मा की मौत हुई थी, उसी हॉस्टल के छठे माले पर वाटर कूलर में अब भी करंट आ रहा है और एक अन्य डॉक्टर को झटका लग चुका है। उन्होंने बताया कि इसकी शिकायत जिला प्रशासन तक पहुंचाई जा चुकी है और वीडियो साक्ष्य भी मौजूद हैं, बावजूद इसके प्रशासन इसे नकार रहा है।
प्रशासन पर ‘फूट डालो-राज करो’ की नीति अपनाने का आरोप
डॉ. हितेश शर्मा ने आरोप लगाया कि कॉलेज प्रशासन अब एमबीबीएस छात्रों और रेजीडेंट डॉक्टर्स के बीच फूट डालने की रणनीति अपना रहा है। पीडब्ल्यूडी द्वारा एक जर्जर हॉस्टल खाली करने के आदेश जारी किए गए, जिस पर प्रिंसिपल ने भी तुरंत अमल किया, लेकिन वहां रह रहे छात्रों के वैकल्पिक आवास की कोई व्यवस्था नहीं की गई। इसके साथ ही एमबीबीएस छात्रों के परिजनों को उनकी अनुपस्थिति की सूचना भेजी जा रही है ताकि उन्हें हड़ताल से अलग किया जा सके।