अशोका पैलेस में होगा दाल बाटी चूरमा का महासंग्राम
उदयपुर मास्टर शेफ का आयोजन आज
उदयपुर। झीलों की नगरी उदयपुर में राजस्थान के पारंपरिक व्यंजन दाल, बाटी और चूरमा का महासंग्राम देखने को मिलेगा। शहर के अशोका पैलेस स्थित मधुश्री बैंक्वेट हॉल में उदयपुर मास्टर शेफ प्रतियोगिता का आयोजन 22 जून को होगा, जहां प्रतिभागी स्वादिष्ट दाल, बाटी और चूरमा को बनाकर प्रस्तुति देंगे। उदयपुर मास्टर शेफ के संस्थापक मुकेश माधवानी ने बताया कि मधुश्री बैंक्वेट हॉल, अशोका पैलेस में शाम 4 बजे से 6 बजे तक आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में, प्रतिष्ठित राजस्थानी व्यंजन दाल बाटी चूरमा का महासंग्राम देखने को मिलेगा।प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों को मंच प्रदान करना और पारंपरिक व्यंजनों को बढ़ावा देना है।
विजेताओं को मिलेंगे पुरस्कार : प्रेमलता कुमावत ने बताया कि प्रतियोगिता के प्रथम, द्वितीय और तृतीय विजेताओं को डी प्लस शानदार के प्रमुख रुखसाना साबूदानावाला की ओर से एवं सभी प्रतिभागी को प्रभात सलून , अशोक पालीवाल की तरफ़ से पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
अनुभवी जज करेंगे व्यंजन का मूल्यांकन : इस गरिमामय आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में हरीश राजानी , पूर्व राज्य मंत्री और विशेष अतिथि के रूप में प्रियांशु शर्मा ( शर्मा भोजनालय )उपस्थित रहेंगे।
आयोजक पूनम पालीवाल ने बताया की प्रतियोगिता में जज के रूप में तारिका धाभाई , डॉ. ज्योति मेघवाल, शिल्पा सुहालका, किरण जैन, शेफ निर्मला सोनी, शेफ विक्रम माधवानी, शेफ रश्मि किशोर, विजयलक्ष्मी गलुंडिया, और विप्लव कुमार जैन स्वाद, प्रस्तुति और व्यंजन की पारंपरिकता के आधार पर विजेताओं का चयन करेगा।
प्रतियोगिता में 22 प्रतिभागी होंगे शामिल : भूमि त्रिवेदी ने बताया कि प्रतियोगिता में अर्चना छाजेड़, सुमन तलरेजा, हेमलता वर्मा, अंजू चोपड़ा, रचना गखरेजा, रंजना छाबड़ा, डॉ. नीलम विजयवर्गीय, मधु बागरेचा, भारती मोटवानी, अंजू राजदेव, हर्षिता नरवानी, रवीना सचदेव, रीमा मल्कानी, वंशिका आहूजा, मनीषा कालरा, माया लालवानी, किरा सेनवर, सोनिया छाबड़ा, कोमल खतुरिया, प्रियुल मेनारिया, श्वेता इनानी और रितुल मेनारिया अपनी प्रस्तुति देंगी।
राजस्थान के पारंपरिक व्यंजन दाल, बाटी और चूरमा को नई पीढ़ी तक ले जाने का प्रयास : मुकेश माधवानी ने बताया कि उदयपुर मास्टर शेफ का आयोजन दाल, बाटी और चूरमा जैसे हमारे पारंपरिक व्यंजनों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने और उनकी विरासत को बनाए रखने का एक प्रयास है। उन्होंने बताया कि यह प्रतियोगिता न केवल प्रतिभागियों को मंच प्रदान करेगी, बल्कि शहरवासियों के लिए भी दाल, बाटी और चूरमा के विभिन्न स्वादों और प्रस्तुतियों का अनुभव करने का एक शानदार अवसर होगा।