डूंगरपुर, 7 अप्रैल : उदयपुर सांसद मन्नालाल रावत के कथित भड़काऊ और आपत्तिजनक बयानों के विरोध में भारत आदिवासी पार्टी (बाप) ने सोमवार को जिला कलेक्ट्री के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष अनुतोष रोत के नेतृत्व में सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ता एकत्र हुए और नारेबाजी करते हुए सांसद रावत के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने सांसद मन्नालाल रावत का पुतला फूंका और आक्रोश जताया। प्रदर्शन के बाद बाप पार्टी ने आईजी के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए आरोप लगाया कि सांसद रावत लगातार सोशल मीडिया और अन्य मंचों पर डूंगरपुर-बांसवाड़ा सांसद राजकुमार रोत के खिलाफ झूठे व भड़काऊ बयान दे रहे हैं। यह न सिर्फ एक जनप्रतिनिधि पर हमला है, बल्कि पूरे आदिवासी समाज की गरिमा पर चोट है। बाप जिलाध्यक्ष अनुतोष रोत ने कहा कि मणिपुर हिंसा में आदिवासी महिलाओं के साथ हुई बर्बरता के खिलाफ जब सांसद राजकुमार रोत ने मशाल जुलूस निकाला, तब रावत ने उस पर अनर्गल आरोप लगाकर समाज में अराजकता फैलाने की कोशिश की। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि झाड़ोल-कोटड़ा क्षेत्र में हुए पैंथर हमले में आदिवासी घायल हुए, लेकिन रावत ने बाप पार्टी पर आरोप मढ़ते हुए उनकी पीड़ा का उपहास उड़ाया। उन्होंने बताया कि वायरल ऑडियो में सांसद आदिवासी घरों को जलाने और लट्ठ से मारने की बात करते सुने गए हैं। इसके अलावा जयपाल मुंडा की जयंती मनाने वाले लोगों को ‘झारखंडी ईसाई’ कहकर सांप्रदायिक भाषा का प्रयोग किया गया, जो आदिवासी समाज की धार्मिक आस्था और सामाजिक सम्मान के विरुद्ध है। पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि सांसद ने स्कूली किताबों से मानगढ़ धाम के आदिवासी आंदोलन और स्वराज की मांग से जुड़ी बातें हटाने की मांग कर आदिवासी इतिहास को मिटाने की कोशिश की है।
डूंगरपुर : उदयपुर सांसद मन्नालाल रावत के बयानों पर गरमाई सियासत, बाप पार्टी का धरना प्रदर्शन और पुतला दहन
