मरीजों से कुशलक्षेम पूछी, दी जा रही स्वास्थ सेवाओं की ली जानकारी
क्यू आर आधारित व्यवस्था से हुए प्रभावित
उदयपुर, 13 जनवरी। राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग के सदस्य जस्टिस रामचन्द्र सिंह झाला ने महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय का निरीक्षण कर आमजन को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने उपचार कराने आये मरीजों एवं उनके परिजनों से बातचीत की। इस दौरान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के संयुक्त निदेशक गिरीश भटनागर भी उनके साथ थे।
चिकित्सालय के अधीक्षक डा. आर. एल. सुमन ने चिकित्सालय की कार्य व्यवस्था, स्टाफ पैटर्न, साफ-सफाई, रजिस्ट्रेशन इत्यादि की जानकारी प्रदान करते हुए चिकित्सालय प्रशासन द्वारा किये जा रहे नवाचारों से अवगत कराया। क्यू आर आधारित व्यवस्था से श्री झाला प्रभावित हुए और कहा कि वास्तव में समयबद्ध रूप से यदि समस्या का समाधान हो रहा है तो यह प्रशंसनीय है। उनके द्वारा चिकित्सालय परिसर में विभिन्न वार्डों, निशुल्क दवा केन्द्र, शौचालयों एवं पीने के पानी की व्यवस्था के साथ सीटी स्कैन, एम.आर.आई, सोनोग्राफी कक्ष, जाँच केन्द्र आदि का अवलोकन किया और निशुल्क चिकित्सा जांच एवं दवा योजना की जानकारी ली। जस्टिस झाला ने आईसीयू वार्ड में उपचाररत मरीज एवं उसके परिजनों से बात की, एक मरीज सात माह से उपचाररत है, उसके परिजनों ने बताया कि जांच एवं इलाज का कोई पैसा नहीं लगा है। इस पर जस्टिस झाला ने संतोष व्यक्त करते हुए शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। डॉ. सुमन ने सेतु पोर्टल की जानकारी देते हुए बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों से क्यू आर कोड के मार्फत इस पोर्टल पर संदेष मिलने पर तुरंत मरीज के परिजनों को न केवल गाइड किया जाता अपितु उसके पहुंचने से पहले ही आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कर दी जाती है और मरीज को बिना देरी उपचार सुलभ हो जाता है।
इसके पश्चात आरएनटी मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. विपीन माथुर ने जस्टिस झाला को सुपर स्पेशियलिटी विंग का विजिट कराया। कैंसर रोग के पीड़ितों के इलाज के लिए उच्च तकनीकी वाली मषीनों के बारे में दी। उन्होंने बताया कि यूरोलोजी, न्यूरोलोजी एवं ग्रेस्ट्रोलोजी के ईलाज की बेहतर व्यवस्था की जा रही है। यह अस्पताल न केवल राजस्थान अपितु आस-पास के राज्यों के लिये भी अपनी बेहतर चिकित्सा सुविधा से अलग पहचान बना रहा है।
जस्टिस झाला ने महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय का किया निरीक्षण
