उर्जा के वैकल्पिक स्रोतों को बढ़ावा देने की जरूरत – जिला कलक्टर
बांसवाडा, 15 मार्च/विश्व उपभोक्ता दिवस के उपलक्ष्य में बांसवाड़ा जिला कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार को संगोष्ठी आयोजित हुई। संगोष्ठी में राज्य उपभोक्ता आयोग के सदस्य शैलेन्द्र भट्ट, अतिरिक्त जिला कलक्टर डॉ. दिनेशराय सापेला, उपखण्ड अधिकारी प्रकाशचन्द्र रैगर, पुलिस उपाधीक्षक गोपाललाल, भारतीय उपभोक्ता परिसंघ के राष्ट्रीय प्रमुख सचिव निरंजन द्विवेदी, जिला रसद अधिकारी हजारीलाल अलोरीया, जिला उपभोक्ता संरक्षण परिषद के सदस्य दीपक श्रीमाल आदि मौजूद रहे।
उपभोक्ताओं में जागरुकता संचार करें
संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए जिला कलक्टर प्रकाशचन्द्र शर्मा ने कहा कि ऊर्जा की आवश्यकता के अनुपात में परम्परागत स्रोतों से सीमित होती उपलब्धता के मद्देनज़र उर्जा के वैकल्पिक उर्जा स्रोतों पर ध्यान देने एवं उन्हें बढ़ावा देने की जरूरत हैं। इसके लिए उन्होंने संगठन प्रतिनिधियो से आम उपभोक्ताओं में जागरूकता का संचार करने सहित ऊर्जा के सही उपयोग को बढ़ावा देने अभियान चलाने का आग्रह किया। साथ ही उन्होंने उपभोक्ता अधिकार एवं बाजार व्यवस्था में उपभोक्ता हित सरंक्षण के लिये सभी को मिलजुलकर काम करने और जागरुकता संचार के लिए आह्वान किया।
उपभोक्ता संरक्षण कानूनों की जानकारी दी
संगोष्ठी को राज्य उपभोक्ता आयोग के सदस्य शैलेन्द्र भट्ट ने सम्बोधित करते हुए राज्य उपभोक्ता आयोग के महत्त्वपूर्ण फैसलों की जानकारी देते हुए ऊर्जा संरक्षण के साथ ही ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों के प्रभावी उपयोग में सबकी सहभागिता का आग्रह किया। उन्हांेने उपभोक्ता संरक्षण कानून में हुए संशोधनों के बाद उपभोक्ता हित की सशक्तता को लेकर भी जानकारी दी।
भारतीय उपभोक्ता परिसंध के राष्ट्रीय प्रमुख सचिव निरंजन द्विवेदी ने ऊर्जा के परम्परागत स्रोत, इनसे ऊर्जा निर्माण व ऊर्जा के उपयोग की प्रक्रिया के दौरान हो रहे दुष्प्रभावांे की जानकारी देते हुए वैकल्पिक व सुरक्षित ऊर्जा स्रोतों सौर उर्जा, पवन ऊर्जा, जल ऊर्जा आदि को बढ़ावा देने के लिए अहम् सुझाव दिए। उन्होंने विभिन्न ऊर्जा स्रोतों की विश्लेषणात्मक जानकारी दी।
जिला उपभोक्ता संरक्षण परिषद के सदस्य दीपक श्रीमाल ने ऊर्जा सरंक्षण एवं वातावरण में वर्तमान दुष्प्रभावों को रेखांकित करते हुए कहा कि सौर ऊर्जा के उपयोग को लेकर जन जागरूकता का संचार करने की आवश्यकता हैं। उन्होने ग्रामीण क्षेत्रो में आ रहे बदलाव से अवगत करवाया व उपभोक्ता आन्दोलन के सशक्तीकरण पर प्रकाश डाला।
बांसवाड़ा चैम्बर के अजीत कौशिक ने सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने ऊर्जा का अधिक उपयोग करने वाले संस्थानो को अपने संस्थानों में सौर ऊर्जा उत्पादन व्यवस्थाएं अनिवार्य करने का सुझाव दिया।
संगोष्ठी का संचालन करते हुए जिला रसद अधिकारी हजारीलाल अलोरीया ने स्वागत भाषण देते हुए विश्व उपभोक्ता दिवस के आयोजन व निर्धारित थीम ऊर्जा सक्रमण की जानकारी दी और उपभोक्ता जागरूकता व कल्याण को लेकर विभागीय स्तर पर जारी कार्यक्रमांे पर प्रकाश डाला।
संगोष्ठी में विभिन्न उपभोक्ता, व्यापारिक संगठन, विभागीय प्रतिनिधि एवं स्वैच्छिक संगठनों के प्रतिनिधि शैलेन्द्र सर्राफ, विजयकृष्ण वैष्णव, कमल बाथवी, परेश पण्ड्या, संजीव शाह, महेश पण्ड्या, रोहित रणा, शैलेन्द्र वोरा, पायल जैन, लालशंकर डामोर, धर्मेन्द्र रोत, विनोद पाटीदार, श्रीमती संगीता दोसी, नरेश मीणा आदि मौजूद रहे। अन्त में प्रवर्तन अधिकारी मणि खिंची ने आभार व्यक्त किया।
बांसवाड़ा -विश्व उपभोक्ता दिवस पर जागरुकता साहित्य जारी
उपभोक्ताओं को जागरूक बनायें – शर्मा
बांसवाडा, 15 मार्च/ जिला कलक्टर प्रकाशचन्द्र शर्मा ने स्वैच्छिक संगठन प्रतिनिधियों से आम उपभोक्ताओं को अपने अधिकारों व कर्त्तव्यों के प्रति जागरूक बनाने का आह्वान किया है और कहा है कि इससे बाजार व्यवस्था में वे अपने हितों का संरक्षण कर सकेंगे। श्री शर्मा अखिल राजस्थान उपभोक्ता संगठन महासंघ व भारतीय उपभोक्ता परिसंध की ओर से विश्व उपभोक्ता दिवस के अवसर पर उपभोक्ता अधिकार एवं उपभोक्ताओ के लिये उपयोगी जानकारीयुक्त साहित्य जारी करते हुए संगठन प्रतिनिधियों को सम्बोधित कर रहे थे।
जिला कलक्टर शर्मा ने कहा कि उपभोक्ता कानून संशोधन के बाद सशक्त व प्रभावी हुआ हैं अतः सभी उपभोक्ताओं तक इसकी जानकारी पहुचाएं। उन्हांेने उपभोक्ता मंचों की प्रक्रिया, कन्ज्युमर हैल्पलाईन, मिलावट, माप-तोल, मानक चिह्न आदि उपयोगी जानकारी से उपभोक्ताओ को अवगत करवाने का आह्वान किया।
भारतीय उपभोक्ता परिसंघ के राष्ट्रीय प्रमुख सचिव निरंजन द्विवेदी ने परिसंघ व उपभोक्ता महासंघ की गतिविधियो व कार्यक्रमों की जानकारी दी। जिला उपभोक्ता संरक्षण परिषद के सदस्य दीपक श्रीमाल ने बताया कि संगठन की और से नियमित रूप से उपभोक्ताओ को जागरूक बनाने साहित्य जारी किया जाता हैं। इस मौके पर जिला रसद अधिकारी हजारीलाल अलोरीया, उपभोक्ता संस्थाओं के प्रतिनिधिगण विजयकृष्ण वैष्णव, नाथूलाल पाटीदार, संजीव शाह, महेश पण्ड्या रोहित राणा आदि मौजूद रहे।
पेंशनरों को जीवित प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करने के निर्देश
बांसवाड़ा ,15 मार्च। राज्य के वित्त (पेंशन) विभाग द्वारा पेंशनरों को जीवित प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करने की अवधि 31 मार्च तक है। यह अवधि पूर्ण होने को है एवं जीवन प्रमाण-पत्रों के अद्यतनीकरण के अभाव में पेंशनर्स को माह अप्रेल-2023 देय माह मई-2023 की पेंशन दिया जाना संभव नहीं होगा।जिला कोषाधिकारी ने बताया कि कोषालय बांसवाड़ा के क्षेत्राधीन पेंशन प्राप्त कर रहे समस्त पेंशनरों को सूचित किया है कि जिन पेंशनर्स द्वारा अब तक अपना जीवन प्रमाण-पत्र अपडेट नहीं करवाया है, वे अपना जीवन प्रमाण पत्र शीघ्र अपडेट कराएं। उन्होंने बताया कि इस संबंध में किसी प्रकार की समस्या हो तो कोषालय से सम्पर्क करें।