बालश्रम मुक्त उदयपुर अभियान का समापन समारोह
उदयपुर, 23 जून। अंतर्राष्ट्रीय बालश्रम निषेध दिवस के अवसर पर आयोजित सप्ताह अंतर्गत उदयपुर जिले के प्रयास पूरे राष्ट्र में सराहनीय व अनुकरणीय रहे हैं। जिला प्रशासन उदयपुर, पुलिस विभाग एवं स्थानीय स्वयंसेवी संस्थाओं का यह सामूहिक प्रयास अन्य राज्यों को दिशा दिखाने का कार्य करेगा। यह विचार राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने गुरुवार को उदयपुर नगर निगम सभागार में आयोजित बालश्रम मुक्त उदयपुर अभियान के समापन समारोह में ऑनलाइन जुड़कर व्यक्त किये।
कानूनगो ने उदयपुर जिला कलक्टर, जिला पुलिस अधीक्षक एवं विभागीय अधिकारियों को धन्यवाद देते हुए पूरे अभियान के बेहतर समन्वय हेतु प्रभारी बालश्रम प्रकोष्ठ व राजस्थान राज्य बाल आयोग के सदस्य डॉ. शैलेन्द्र पण्ड्या का आभार जताया। जिला कलक्टर उदयपुर ताराचन्द मीणा ने संबंधित विभागों के अधिकारी, मानव तस्करी विरोधी यूनिट सहित स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को अभियान की सफलता के लिए बधाई दी और इस अभियान में रेस्क्यू किए बच्चों के बेहतर पुनर्वास के प्रयास करने के निर्देश दिए।
91 बाल श्रमिकों को करवाया मुक्त:
बालश्रम प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ. पण्ड्या ने बताया कि इस सप्ताह में कुल 91 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाते हुए 70 से ज्यादा नियोक्ताओं के विरुद्ध प्रकरण दर्ज होना बड़ी सफलता है। जिला प्रशासन आगे भी इस तरह की गतिविधि माह में एक बार यदि चलाते रहे तो निश्चित ही उदयपुर जल्द ही पूर्ण रूप से बालश्रम मुक्त बनकर पूरे राष्ट्र में एक मॉडल बनकर उभरेगा।
कार्यक्रम में श्रम सलाकार समिति के उपाध्यक्ष जगदीश राज श्रीमाली, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष ध्रु्रव कुमार कविया, संभागीय श्रम आयुक्त प्रेम प्रकाश शर्मा, सहायक निदेशक मीना शर्मा, प्रतिबद्ध संस्थान के निदेशक एवं पार्षद गिरीश भारती ने भी विचार प्रकट किए।
अन्त में अभियान में अपनी सक्रिय भूमिका अदा करने वाले विभागीय अधिकारी, पुलिस अधिकारी एवं कार्यकर्ताओं का जिला प्रशासन द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। इस अवसर पर बाल अधिकारिता विभाग, मानव तस्करी विरोधी यूनिट, चाइल्ड लाइन, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउण्डेशन, गायत्री सेवा संस्थान, नारायण सेवा संस्थान स्वतंत्रता सेनानी वी.पी. सिह संस्थान, बाल सुरक्षा नेटवर्क, बाल कल्याण समिति, प्रेरणा संस्थान, प्रतिबद्ध संस्थान सहित विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि, विभिन्न राजकीय एवं गैर राजकीय विद्यालय के बच्चे एवं शिक्षक उपस्थित रहे।
आंचल ने किया बच्चों को प्रोत्साहित:
समापन समारोह के अवसर पर प्रतिबद्ध संस्थान के सौजन्य से बच्चों को शहर की प्रतिभावान बेटी जादूगर आंचल का निशुल्क मोटिवेशनल जादू शो दिखाया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में शहर के बच्चों ने शो का आनंद लिया और विभिन्न एक्ट के द्वारा भविष्य निर्माण की दृष्टि से शिक्षार्जन की सीख ली।