शिक्षक की भूमिका राष्ट्र निर्माता की ही है- श्रीमती श्रद्धा मुर्डिया

प्रधानाचार्य वाकपीठ में विभिन्न बिन्दुओं पर हुई चर्चा
उदयपुर, 11 सितंबर। जिले के गोगुन्दा ब्लॉक मुख्यालय पर प्रधानाचार्य वाकपीठ का आयोजन किया गया। वाकपीठ के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि समाजसेवी व कश्ती फाउंडेशन प्रमुख श्रद्धा मुर्डिया, वाकपीठ अध्यक्ष कपिल श्रीमाली व संरक्षक श्रीमती प्रेरणा नौसलिया ने मां सरस्वती का पूजन किया। इस मौके पर श्रद्धा मुर्डिया ने कहा कि प्राचीन काल से लेकर ही शिक्षक की भूमिका राष्ट्र निर्माता के रूप में रही है और आज भी शिक्षक राष्ट्र निर्माता बना हुआ है। उन्होंने कहा कि शिक्षक अपना बेहतर देते हुए न सिर्फ विद्यार्थियों के कैरियर निर्माण के सारथी बनते हैं अपितु वे एक जिम्मेदार नागरिक और पेशेवर के रूप में सुदृढ राष्ट्र निर्माण की आधारशिला भी स्थापित करते हैं।
इस मौके पर वार्ताकार डॉ. निष्ठा जैन व मार्गदर्शक डॉ मुकेश पारीक ने भी विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर  वास्तुकार सुनील एस लड्ढा और सृजनधर्मी शिक्षक हेमन्त जोशी ने भी कला के माध्यम से करियर निर्माण विषय पर वार्ताएं देकर संभागियों को प्रोत्साहित किया।
इससे पूर्व प्रथम दिवस पर प्रथम सत्र वार्ता के दौरान प्रधानाचार्य श्रीमती रीना अग्रवाल ने स्कूल हेल्थ एवं वेलनेस प्रोग्राम पर विद्यार्थियों के शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी। द्वितीय सत्र की वार्ता में श्रीमती महक सनाढ्य ने लेखा नियमों तथा तृतीय वार्ता में प्रधानाचार्य कन्हैयालाल सुथार ने बाल संरक्षण की जानकारी दी। सचिव सरफराज मंसूरी ने आभार जताया।

By Udaipurviews

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