भगवान राम ने शबरी के झूठे बेर खाकर समाज में भेदभाव को मिटाया

उदयपुर। भारत के प्रसिद्ध धर्म प्रचारक रामलीला मंडल काशी के 25 कलाकारों एवं खिरोदिया जैन परिवार सवीना मुख्य चौराहा पर 11 दिवसीय भव्य रामलीला के आठवें दिन आज श्री राम हनुमान मिलन, बाली वध का विशाल मंचन किया गया।
आयोजक दिलीप जैन ने बताया कि राम-हनुमान मिलन पर भगवान श्रीराम ने हनुमान को गले लगा भक्ति का सुंदर उदाहरण पेश किया तो वहंा उपस्थित सैकड़ों श्रद्धालुओं के मन में भक्ति का ज्वार उबार लेने लगा।
भगवान राम जब शबरी के आश्रम पहुंचते हैं और वहंा उनका इंतजार कर रही शबरी के झूठे बेर खाते हैं। भगवान राम ने उनके झेठे बेर खाकर भेदभाव रहित परम्परा को आगे बढ़ाया। मंडल के संचालक पंडित अशोक उपाध्याय ने बताया कि आज इस संभाग में धर्मांतरण बहुत ज्यादा हो रहा है। यह प्रसंग समाज के लिए बहुत कहता है। भगवान राम ने शबरी के आश्रम पहुंचकर झूठे बेर खाते हैं राम ने कभी किसी को जातियों में भेदभाव नहंी किया। आज भोली भाली जनता को बहला फुसला कर धर्मांतरण कराया जा रहा है, ऐसे आयोजनों से हमें सीख लेनी चाहिए और समाज के समृद्ध लोगों को आगे आना चाहिए। बहुत से आदिवासी भाई आकर रामलीला देख रहे हैं जो रामलीला की बहुत प्रशंसा कर रहे हैं और जैन समाज की भी बहुत प्रशंसा कर रहे हैं कि 40 साल बाद सबीना के भूमि पर इतना ऐतिहासिक रामलीला जो किया जा रहा है।

By Udaipurviews

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