
पर्यावरण संरक्षण: सतत संवाद और समर्पित प्रयास बेहद जरूरी
विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून) पर विशेष आलेख - राहुल भटनागर वैश्विक प्राथमिकता बनाए जाने के पचास वर्षों से अधिक समय बाद भी, पर्यावरण संरक्षण समूची दुनिया के लिए मुख्य चुनौती बनी हुई है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के अनेक प्रयासों के बावजूद संरक्षण और स्थिरता में सार्थक प्रगति सीमित ही हुई है। इस समस्या की जड़ सामूहिक मानसिकता में है कि कोई और इस पर्यावरणीय संकट को सुलझाएगा—यह एक खतरनाक भ्रांति है, जिसे रॉबर्ट स्वेन की उक्तिवाक्य "हमारे ग्रह के लिए सबसे बड़ा खतरा यह विश्वास है कि कोई और इसे बचाएगा" ने बखूबी दर्शाया है। इसका समाधान जागरूकता,…