शिक्षा से ही समाज और राष्ट्र उन्नति का मार्ग होगा प्रशस्त – प्रो. पंकज अरोड़ा

एनसीटीई अध्यक्ष प्रो. अरोड़ा का किया सम्मान
“समग्र विकास और सामुदायिक सेवा से ही संभव है राष्ट्र निर्माण – प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत

उदयपुर, 12 नवंबर। शिक्षा केवल ज्ञान का माध्यम नहीं, बल्कि समाज, संस्कृति और मूल्यपरक जीवन का आधार है। शिक्षा हमें न केवल अपने अधिकारों के प्रति जागरूक बनाती है, बल्कि सामाजिक समरसता और राष्ट्रीय विकास का पथ भी प्रशस्त करती है। उक्त विचार बुधवार को राजस्थान विद्यापीठ के संघटक लोकमान्य तिलक शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय की ओर से आयोजित समारोह में एनसीटीई नई दिल्ली के  अध्यक्ष प्रो. पंकज अरोड़ा ने बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए।
प्रो. अरोड़ा ने कहा कि शिक्षा के माध्यम से समाज से जुड़कर उसे समझना और उसी समझ के आधार पर शोध व व्यवसाय का चयन करना ही स्व-विकास के साथ राष्ट्र उन्नति का मार्ग है। उन्होंने कहा कि शिक्षा हमें सामुदायिक सरोकारों से जोड़ती है तथा मानव मूल्यों की दिशा में अग्रसर करती है। उन्होंने विद्यापीठ के समाजोन्मुखी दृष्टिकोण और शिक्षा के मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता की सराहना की।
समारोह से पूर्व प्रो. अरोड़ा ने एग्रीकल्चर महाविद्यालय का अवलोकन किया और संस्थान द्वारा वंचितवर्ग के लिए किए जा रहे  कार्यो की सराहना की।
प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत करते हुए कुलपति प्रो. शिवसिंह सांरगदेवोत ने कहा कि संस्था समग्र विकास, समाज की उन्नति और राष्ट्र निर्माण के लिए निरंतर कार्यरत है। उन्होंने कहा कि सामुदायिक सेवा, कौशल विकास और समाज के प्रति सरोकार ही हमारे संस्थान का मूल मंत्र हैं। उन्होंने विद्यार्थियों व शिक्षकों के समर्पण, निष्ठा और नवाचार के माध्यम से सफलता के नए आयाम स्थापित करने का आह्वान किया।

समारोह में शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए प्रो. पंकज अरोड़ा का संस्थान की ओर से माला, उपरणा , स्मृति चिन्ह व अभिनंदन पत्र भेट कर सम्मान किया गया।

इसी अवसर पर डॉ. बलिदान जैन,  डॉ. अनीता कोठारी द्वारा सहलेखित पुस्तक “समसामयिक भारत और शिक्षा” का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया।

इस मौके पर डीन प्रो. सरोज गर्ग, डॉ. मुकुंद झा, निर्मल अरोड़ा, डॉ. बलिदान जैन, डॉ. रचना राठौड, डॉ. अमी राठौर, डॉ. भूरालाल श्रीमाली, डॉ. सुनीता मुंडिया सहित अकादमिक एवं गैर अकादमिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।
संचालन डॉ. हरीश चौबीसा ने किया जबकि आभार अधिष्ठाता प्रो. सरोज गर्ग ने जताया।

विद्यापीठ  – 21वां दीक्षांत समारोह कल
एनसीटीई भारत सरकार के अध्यक्ष प्रो. पंकज अरोडा पहुंचे उदयपुर
दीक्षांत समारोह में करेंगे शिरकत
126 पीएचडी उपाधि, 48 गोल्ड मेडल से नवाजे जायेंगे विद्यार्थी

एनसीटीई भारत सरकार के अध्यक्ष प्रो. पंकज अरोड़ा बुधवार को उदयपुर एयरपोर्ट पहुंचे जहॉ कुलपति प्रो. शिवसिंह सारंगदेवोत, सहायक आचार्य डॉ. युवराज सिंह राठौड़, निजी सचिव कृष्णकांत कुमावत ने उपरणा एवं बुके देकर स्वागत किया।
राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय की ओर से गुरूवार को प्रातः 10.30 बजे प्रतापनगर स्थित महाराणा प्रताप खेल मैदान पर 21वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया जायेगा।  समारोह की जानकारी देते हुए कुलपति प्रो. शिवसिंह सारंगदेवोत ने बताया कि समारोह के मुख्य अतिथि एनसीटीई भारत सरकार के अध्यक्ष प्रो. पंकज अरोडा, विशिष्ठ अतिथि भक्त कवि नरसिंह मेहता विवि जुनागढ़ गुजरात के  कुलपति प्रो. प्रतापसिंह चौहान, राज्यपाल सलाहकार ( उच्च शिक्षा ) प्रो. कैलाश सोडाणी होंगे जबकि अध्यक्षता कुल प्रमुख एवं कुलाधिपति भंवर लाल गुर्जर करेंगे। 5000 से अधिक विद्यार्थी एवं शहर के गणमान्य नागरिकों की गरिमामय उपस्थिति में 126 पीएचडी धारको को उपाधियॉ तथा वर्ष 2024-25  में स्नातक तथा स्नातकोत्तर परीक्षाओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले 48 विद्यार्थियों को उपाधि एवं स्वर्ण पदक दिये जायेगे।  समारोह को लेकर विभिन्न कमेटियों का गठन किया गया।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. पारस जैन ने बताया कि कला, वाणिज्य, विज्ञान, विधि, एग्रीकल्चर, कम्युटर साईंस, एमबी, सोशल वर्क, एज्युकेशन, सहित विभिन्न विषयों में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले 44 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल दिये जायेंगे। उपाधि धारकों को सफेद कुर्ता, पाजामा तथा छात्राओं के लिए सफेद सलवार कुर्ता या साड़ी पहनना अनिवार्य होगा।
By Udaipurviews

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