तहसीलदार, आयुक्त और सभापति ने सभी पार्षदों को राज्य निर्वाचन विभाग के दिशा—निर्देश की दी जानकारी
डूंगरपुर, 1 नवंबर। भारतीय निर्वाचन आयोग की ओर से देश के 12 राज्यों में विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम लागू किया गया है। इसी के तहत राजस्थान में शुरू होने वाले विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम(एसाईआर) के संदर्भ में डूंगरपुर शहर के राजनीतिक दलों के पार्षदों एवं प्रतिनिधियों के साथ नगर परिषद सभाभवन में बैठक हुई। तहसीलदार उज्ज्वल जैन, आयुक्त् प्रकाश डूंडी और सभापति अमृत कलासुआ के मार्गदर्शन में बैठक का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की ओर से पूरे प्रदेश में 7 फरवरी 2026 तक चलेगी एसआईआर की प्रक्रिया चलेंगी। 28 अक्टूबर से 3 नवंबर 2025 तक प्रत्येक बीएलओ, चुनाव अधिकारी का प्रशिक्षण एवं गणना प्रपत्र के मुद्रण का कार्य किया जा रहा है। 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 तक डूंगरपुर शहर के 40 वार्ड में घर-घर गणना प्रपत्र के वितरण कर उनका पुन: संग्रहण का कार्य होगा। 9 दिसंबर 2025 को एसआईआर के तहत संशोधित मतदाता सूची का ड्राफ्ट प्रकाशित किया जाएगा। 9 दिसंबर 2025 से 8 जनवरी 2026 तक इस सूची में दावे एवं आपत्तियां ली जायेंगी। 9 दिसंबर से 31 जनवरी 2026 तक नोटिस फेज रहेगा जिसमें सुनवाई एवं सत्यापन किया जाएगा। 7 फरवरी 2026 को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा। सभी मतदाताओं से पहले प्रयास में ही सही गणना प्रपत्र भरने, सही एवं पूरी जानकारी देने, नवीनतम फोटो लगाने, आधार नंबर देने, कार्यरत मोबाइल नंबर देने तथा ऑनलाइन गणना प्रपत्र भरने की स्थिति में बीएलओ को जानकारी देने का अनुरोध किया।
2002 की सूची में शामिल वोटर को कोई दस्तावेज देने की जरुरत नही
एसआईआर की प्रक्रिया को समझने के बाद सभापति अमृत कलासुआ ने कहा कि जिले में करीब 84 प्रतिशत से अधिक मतदाता का नाम 2002 की सूची में शामिल है। ऐसे में इस सूची में आने वाले वोटर को कोई दस्तावेज जमा नही कराना पडेगा। उनका न ाम खुद अगली सूची में शामिल होगा। शहर में बीएलओ के माध्यम से गणना प्रपत्र तीन फेज में दिए जाएंगे। जिसमें से पहले फेज में मतदाता क्रमांक 1 से 200 तक, दूसरे फेज में 201 से 600 क्रमांक तक तथा तीसरे फेस में शेष को गणना प्रपत्र दिए जाएंगे। बीएलओ घर घर जाकर गणना प्रपत्र का संग्रहण चार श्रेणी के हिसाब से करेंगे। 2002 की मतदाता सूची में जिन मतदाताओं का नाम नहीं है वे 2002 की सूची में अपने माता अथवा पिता का नाम होने पर मैपिंग करवा सकेंगे तथा उन्हें स्वयं का दस्तावेज प्रस्तुत करना होगा।
एसआईआर में सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को भी दिया जा रहा है प्रशिक्षण
एसआईआर प्रक्रिया को पूर्ण पारदर्शी बनाने के लिए आयोग की ओर से शहर के सभी राजनीतिक पार्टियों के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें मार्गदर्शन दिया गया है। राजनीतिक दलों के पदाधिकारी को गणना प्रपत्र क्रमांक वार प्रिंटिंग होने, फेज वाइस वितरण होने, प्रशासन द्वारा अब तक किए गए कार्य, दावे एवं आपत्ति होने पर नोटिस जारी करने की अवधि तथा अंतिम सूची प्रकाशन की पूर्ण जानकारी प्रदान की जाएगी। सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों एवं पदाधिकारी से भी दल अनुसार बीएलए नियुक्त करने तथा योगदान की जानकारी दी जाएगी।
ऑनलाइन भी भरा जा सकेगा गणना प्रपत्र
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि वॉटर्सडॉटईसीआईडॉटजीओवीडाटइन पर अपने मोबाइल नंबर से एंटर करते हुए ईपिक नंबर डालकर प्रक्रिया को पूर्ण करते हुए आधार ओटीपी से वेरीफाई कर ऑनलाइन गणना प्रपत्र भरा जा सकता है। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन प्रपत्र भरने की स्थिति में बूथ लेवल अधिकारी के घर आने पर उसे ऑनलाइन गणना प्रपत्र भरे जाने की जानकारी से अवगत कराना होगा ताकि बूथ लेवल अधिकारी उसे सत्यापित कर सकें।
