धीरे से कदम बढ़ाओ ये पेंटिंग नहीं है, बल्कि सॉसे हैं जिन्हें मैंने तब तक रोके रखा जब तक कि मैं प्रकाश नहीं बन गई।’’
उदयपुर, 19 जून। गणगौर घाट स्थित बागोर की हवेली में शीना चावला द्वारा दो दिवसीय चित्र कला प्रदर्शनी बीकमिंग लाईट लगाई जाएगी। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन कश्ती फाउंडेशन की संस्थापक श्रद्धा मुरडिया एवं शिल्पकार हेमंत जोशी तथा हेमंत मेहता, प्रोग्राम एग्जीक्यूटिव, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र द्वारा किया जाएगा।
इस प्रदर्शनी में शीना चावला द्वारा 35 अमूर्त चित्रों का एक गहन व्यक्तिगत संग्रह है, जो उपचार, मुक्ति और आंतरिक वापसी की यात्रा की खोज करता है। प्रत्येक कार्य एक ध्यानपूर्ण कार्य है स्वयं के साथ एक शांत बातचीत, जहाँ भावनाओं की परतें रंग, रूप और मौन में बदल जाती है।
शीना के लिए, अमूर्त कला एक माध्यम से कहीं अधिक है यह अशोभनीयता का एक पवित्र स्थान है। उनकी शैली, जिसे वे सहज अमूर्त रचना के रूप में परिभाषित करती हैं, सहज ज्ञान से उभरती है, औपचारिकता के बजाय भावना द्वारा निर्देशित होती है। जैविक रेखाओं, बनावट वाले आवरों और प्रतीकात्मक आकृतियों के माध्यम से, श्रृंखला परिवर्तन का एक दृश्य मानचित्र प्रस्तुत करती है भार से हल्कापन तक, शोर से स्थिरता तक। प्रदर्शनी का समापन 21 जून को होगा। यह प्रदर्शनी सुबह 11 से सायं 5 बजे तक चलेगी।
शीना चावला द्वारा एकल प्रदर्शनी का उद्घाटन आज
