विरासत संरक्षण को लेकर बनाई गई प्रभावी योजनाएं, पर्यावरण व सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर भी हुई चर्चा
उदयपुर, 7 जून। इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (इंटेक) के उदयपुर क्षेत्रीय चैप्टर की कार्यकारी समिति की महत्वपूर्ण बैठक संयोजक गौरव सिंघवी की पहल पर संपन्न हुई। बैठक में शहर की स्थापत्य, प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण हेतु योजनाएं बनाई गईं।
बैठक में सह-संयोजक सुशील दशोरा, डॉ. बी.पी. भटनागर, एम.एल. नागदा, सुनील वशिष्ठ, श्रीमती रानू सिंघवी, राहुल भटनागर एवं श्रीमती प्रियंका वैष्णव उपस्थित रहे।
बैठक में फड़ एवं गौरी चित्रकला शैली के संरक्षण हेतु विशेषज्ञों से सलाह लेकर बहाली कार्य आरंभ करने पर सहमति बनी। साथ ही इन कलाओं पर अनुसंधान एवं दस्तावेज़ीकरण हेतु संबंधित पुस्तकों की खरीद का प्रस्ताव रखा गया।
संयोजक गौरव सिंघवी द्वारा गवरी परियोजना के अंतर्गत लिखी गईं 70 कथाओं का उल्लेख किया गया, जो गवरी महोत्सवों में मंचित की जाती हैं, एवं पारंपरिक लोकनाट्य संस्कृति को संरक्षित रखने का प्रयास बताया गया।
फील्ड क्लब भवन (स्थापना वर्ष 1932) के संरक्षण हेतु इंटेक की विशेषज्ञ सेवाएं देने के लिए क्लब सचिव को औपचारिक पत्र लिखने का निर्णय लिया गया, ताकि इस ऐतिहासिक धरोहर भवन का यथोचित पुनरुद्धार किया जा सके।
“नजूल संपत्तियों” यानी अनुपयोगी या परित्यक्त विरासत भवनों की सूची उपखंड अधिकारी से प्राप्त कर उनके संरक्षण हेतु पहल करने की भी योजना बनाई गई।
बैठक में आगामी 1 दिसंबर 2025 को उदयपुर स्थापना दिवस भव्य रूप से मनाने का निर्णय लिया गया। इस वर्ष का विषय होगा: “उदयपुर की शैक्षिक विरासत का समृद्धिकरण”।
इस अवसर पर श्री एम.एल. नागदा द्वारा ₹3 लाख एवं श्री सुनील वशिष्ठ द्वारा ₹1.5 लाख का आर्थिक सहयोग देने की घोषणा की गई।
पर्यावरण संरक्षण के अंतर्गत वाइल्ड लाइफ एवं फॉरेस्ट्री डे का आयोजन राहुल भटनागर के निर्देशन में किया जाएगा।
वृक्षारोपण अभियान का नेतृत्व सुनील वशिष्ठ करेंगे।
साथ ही, सज्जनगढ़ किले का जीवंत मॉडल तैयार कर वर्षा जल संचयन के प्रति जनजागरूकता फैलाने का प्रस्ताव भी पारित हुआ।
बैठक के अंत में संयोजक गौरव सिंघवी ने सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया ।