उदयपुर, 21 अप्रैल. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में यूनाइटेड लेफ्ट पैनल से राजस्थान के माउंट आबू के रहने वाले नरेश कुमार संयुक्त सचिव पद के प्रत्याशी हैं. जेएनयूएसयू के चार शीर्ष पदों के लिए आगामी 25 अप्रैल को वोटिंग होगी.
भाकपा माले के जिला सचिव चंद्रदेव ओला औऱ वरिष्ठ माले नेता सौरव नरुका ने बताया कि ये चुनाव अपने तीखे राजनीतिक विमर्श के लिए प्रसिद्ध है, जहाँ विभिन्न राजनीतिक धाराओं का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठनों के बीच राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर तीखी बहस होती है। ऐसे समय में जब देशभर के विश्वविद्यालयों में छात्र संगठनों की राजनीतिक अभिव्यक्तियों, विरोध-प्रदर्शनों और सेमिनारों को मौजूदा शासन द्वारा जबरन दबाया जा रहा है, जेएनयू अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के पक्ष में इस चुप्पी की संस्कृति का विरोध कर एक अलग मिसाल पेश करता है। नरेश कुमार पैनल में छात्र संगठन आइसा का प्रतिनिधित्व करते हैं.
माले नेताओं ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा लाई गई नई शिक्षा नीति शिक्षा के पूर्ण निजीकरण की सिफारिश करती है, जिससे यह देश की बहुसंख्यक जनता के लिए पहुंच से बाहर हो जाएगी. ऐसे निर्णायक क्षण में जेएनयूएसयू चुनाव सिर्फ छात्र संघ का चुनाव नहीं, बल्कि अधिनायकवाद, निजीकरण और सामाजिक उत्पीड़न के खिलाफ एक व्यापक प्रतिरोध का प्रतीक है।
यूनाइटेड लेफ्ट पैनल, जो प्रगतिशील वाम छात्र आंदोलन का प्रतिनिधित्व करता है और एबीवीपी की सांप्रदायिक फासीवादी ताकतों के खिलाफ खड़ा है, ने अपने केंद्रीय पैनल के उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं: अध्यक्ष पद के लिए नितीश कुमार, उपाध्यक्ष पद के लिए मनीषा, महासचिव पद के लिए मुन्तेहा फातिमा और संयुक्त सचिव पद के लिए नरेश कुमार। यह टीम शिक्षा के भगवाकरण और मौजूदा प्रशासन की तानाशाही नीतियों के खिलाफ हाशिए के छात्रों की लड़ाकू भावना को दर्शाती है।
राजस्थान के तमाम मीडिया हाउस से अपील है कि अपने प्रदेश से आनेवाले इस युवा छात्र के संघर्ष और JNU छात्र संघ चुनाव में ज्वाइंट सेक्रेटरी के पद पर दावेदारी को मज़बूती प्रदान करने के लिए खबर प्रकाशित करने का कष्ट करे.