राजेश वर्मा
उदयपुर, 7 अप्रैल। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के खिलाफ 14 मुकदमे दर्ज है और उनको मंत्री बना रखा है जो उन्हें गालियां दे रहे हैं।
यहां सीआईडी क्राइम ब्रांच में अपने बयान दर्ज कराने के बाद मीडिया से बातचीत में राजस्थान सरकार को निशाने पर लेते हुए डोटासरा ने कहा कि जनता को जो परेशानी हो रही उन मुद्दों पर उन्होंने कोटा में आवाज उठाई जो उनका संवैधानिक अधिकार है। प्रतिपक्ष के अधिकार के तहत उन्होंने शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया लेकिन वहां के नेताओं और सरकार के दबाव में गलत एफआईआर उनके खिलाफ की गई। उन्होंने कहा कि दोपहर 12 एक बजे के लगभग मीटिंग खत्म हो गई थी और रात के 10-11 बजे वहां के उच्च अधिकारियों ने दबाव बनाकर पुलिस के अपने अधीनस्थ कर्मचारी से गलत एफआईआर दर्ज करवाई। सरकार में बैठे हुए लोगों में अब भी थोड़ी सी शर्म बची हुई है तो मदन दिलावर के खिलाफ 14 मुदकमे दर्ज है जो चार से छह साल से हैं। उनमें आज तक तफ्तीश नहीं हुई और आज तक उनमें चालान नहीं हुए। डोटासरा ने कहा कि कोई कितना भी बड़ा व्यक्ति हो अगर उसके खिलाफ एफआईआर हुई है तो उसका अनुसंधान शीघ्रताशीघ्र होना चाहिए जैसा आम जनता का होता है वैसा होना चाहिए। अगर वे मुल्जिम बनते हैं तो मुल्जिम बनाईए। वह कोर्ट को फेश करेगा और अपनी बात रखेगा और नहीं है तो उस पर एफआर लगाईए।
भाजपा को पंक्चर करने वाले हैं मदन राठौड़, ये नोटंकी करने वाले लोग
डोटासरा ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ तो खुद बीजेपी को पंक्चर करने वाले हैं। उनका बीते छह आठ माह में कोई भाजपा को आगे ले जाने का विजन देखा है क्या? मुख्यमंत्री खुद अपनी छत पर खड़े होकर बीजेपी का झंडा फहरा रहे हैं। ये नोटंकी करने वाले लोग हैं। इनका कोई विजन नहीं है। मुख्यमंत्री केवल और केवल भाषण तक सीमित हो गए हैं और भाषण भी वही देते हैं जो पर्ची दिल्ली से आती है। डोटासरा ने आरोप लगाया कि राजेंद्र राठौड़, अरुण चतुर्वेदी, घनश्याम तिवाड़ी ओटीएस में बैठकर अधिकारियों को धमकाते हैं उन पर दबाव देते हैं। सीएमओ में वे मीटिंग लेते हैं। मुख्यमंत्री उन्हें कुछ भी नहीं कह पाते हैं।
हाथ में फ्रेक्चर था और वे गए भी नहीं, फिर भी मुकदमा-जूली
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जुली ने कहा कि उन पर झूठा मुकदमा दर्ज कराया। उनके तो उस दिन हाथ में फ्रेक्चर था और वे तो गए भी नहीं। उसके बावजूद मुकदमा दर्ज कर दिया। उनके अध्यक्ष गए नहीं, मुकदमा दर्ज कर दिया। ये झूठें मुकदमे दर्ज करके इस प्रकार से उन्हें परेशान करना चाहते हैं और डराना चाहते हैं, धमकाना चाहते हैं। वह बात इनकी चलने वाली नहीं है।