गश खाकर गिरी महिला प्रहरी के हाथ में आया फ्रेक्चर
5 दिन से भूख हड़ताल के साथ काम पर हैं जेल प्रहरी, वेतन विसंगति दूर करने की मांग को लेकर कर रहे हड़ताल
उदयपुर। वेतन विसंगति दूर करने की मांग को लेकर बीते 5 दिन से भूख हड़ताल करते हुए ड्यूटी दे रहे उदयपुर सेंट्रल जेल के करीब 29 जेल प्रहरियों की सोमवार को तबीयत बिगड़ गई। उन्हें तुरंत एमबी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। इनमें 12 महिला प्रहरी भी शामिल हैं। इनमें से एक महिला जेल प्रहरी को चक्कर आने से वह जमीन पर गिर गई, जिससे उसका हाथ फ्रेक्चर हो गया। हालत गंभीर होने पर महिला को आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
उल्लेखनीय है कि उदयपुर सेंट्रल जेल में करीब 250 जेल प्रहरी हैं जो बीते 5 दिन से बिना खाना खाए ड्यूटी दे रहे हैं। इसलिए यहां मैस भी बंद है।
इनमें से एक महिला जेल प्रहरी को चक्कर आने से वह जमीन पर गिर गई, जिससे उसका हाथ फ्रेक्चर हो गया। हालत गंभीर होने पर महिला को आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
जब तक मांग पूरी नहीं होती, रहेंगे भूख हड़़ताल पर
जेल प्रहरियों का कहना है कि मांग पूरी नहीं होने तक वे भूखे ही काम करेंगे। चाहे उनकी तबीयत ही क्यों ना बिगड़ती जाए। दो दिन पहले उदयपुर के पूर्व सांसद रघुवीर मीणा को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा था। पूर्व सांसद ने जेल प्रहरियों की मांग सीएम तक जल्द पहुंचाने का आश्वासन दिया था लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ।
जनवरी में भूख हड़ताल के बाद मिला था आश्वासन
हड़ताली जेल प्रहरियों का कहना है कि जनवरी 2023 में भी वेतन विसंगति की मांग को लेकर प्रदेशभर में उन्होंने भूख हड़ताल की थी। इस दौरान उदयपुर में करीब 8 से 10 महिला-पुरुष जेल प्रहरियों की तबीयत बिगड़ गई थी। जिन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद राज्य कारागार विभाग के कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली ने वेतन विसंगति जल्द दूर करने का आश्वासन दिया था। जेल प्रहरियों का कहना है कि इस बार वे मांगों के संबंध में लिखित आदेश लेकर ही भूख हड़ताल खत्म करेंगे।