उदयपुर। शहर के आर. एन. टी. मेडिकल कॉलेज में शासन श्री मुनि सुरेश कुमार के सहवर्ती मुनि सम्बोध कुमार ‘मेधांश’ ने भविष्य के डॉक्टर्स को हेप्पी और स्ट्रेस फ्री लाइफ का फंडा सिखाया। वे यहाँ वर्सेटाईल पर्सनैलिटी डवलप्मेट विद साइंस ऑफ लिविंग कैप्सूल कोर्स कार्यक्रम में एम.बी.बी.एस प्रथम वर्ष के छात्र- छात्राओं के बीच बोल रहे थे। उन्होने कहा- जीवन का उद्देश्य हो कि उद्देश्य भरा जीवन हो। एक-एक सांस को एक उद्देश्य सोपिए, डॉक्टर्स बनना पेशन हो सकता है जीवन का उद्देश्य नहीं। अगर हम चैन की नींद सो रहे है और सुबह उठते ही तरोताजा महसुस करते हुए जी रहे है तो आप मकसद की ओर जा रहे है। औरों के कहने पर अपनी खुशीयो कों खुद से छीनने ना दे। मुनि ने स्ट्रेंस फी लाइाफ, सुंदर लिपी, ब्रेथिंग टेक्नीक के प्रयोग करवाते हुए कहा कोई भगवान, एस्ट्रोलॉजी, ग्रह नक्षत्र नहीं हमारे विचार हमारे आज और आने वाले कल को तय करते हैं, लो ऑफ अट्रेक्शन से हम अपनी जिन्दगी में मैजिक देख सकते है। मुनि ‘मेधांश’ को छात्र- छात्राओं को नशा मुक्ति, अश्लील शब्दों के प्रयोग व खुदकुशी ना करने की शपथ दिलाते हुए कहा-एक ही जिन्दगी है, इसे रोज एक नया मकसद दे। जो स्वयं से प्यार करना सीख लेते हैं वे कभी हारते नहीं है ।
सुमन डागलिया, चंद्रा बोहरा के अनुव्रत गीत से शुरू हुए कार्यक्रम में स्वागत प्राचार्य डॉ. विपिन माथुर व आभार सहायक प्राचार्य डॉ. मेघ श्याम शर्मा ने किया। कार्यक्रम के प्रबंधन में श्रीमती सुरभी तलेसरा का उल्लेखनीय योगदान रहा। इस मौके एडवोकेट अंकुश मेहता, समाज सेवी कमलेश बंब, रेखा जैन, जय जैन, गौरव चौधरी सहित कई गणमान्य जन उपस्थित थे ।