ग्लोबल एज्युकेशन एन्ड एज्युकेट कॉन्क्लेव – 2023 का आयोजन

हायर एजुकेशन व करियर के लिए चिंतित विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं का हुआ समाधान

कलक्टर बोले – परिश्रम का कोई विकल्प नहीं होता, करियर बनाने के लिए मन से जुटे

उदयपुर। जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने सभी विद्यार्थियों से आह्वान किया है कि वे अपने करियर के निर्माण के लिए पूरे मन से जुट जाए। सफलता पानी है तो परिश्रम तो करना ही होगा। परिश्रम का कोई विकल्प नहीं होता।

कलक्टर मीणा 11वीं और 12वीं कक्षा के बाद छात्र – छात्राएं किस फील्ड में अपना करियर बनाएं एजुकेशन में अगले पायदान पर कौन से कोर्स चुने? क्या उनकी फीस होगी? कितने समय का कोर्स रहेगा ? ऐसे ही कई सवालों को लेकर चिंतित बच्चों के भविष्य को बेहतर राय प्रदान करने के लिए ग्लोबल एजुकेशन एंड एजूटेक कॉन्क्लेव – 2023 के शुभारंभ समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। लेक सिटी मॉल के होटल रेडिसन ब्लू में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन राज्यमंत्री जगदीश राज श्रीमाली राज्य मंत्री और जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने किया था। इस दौरान संयुक्त निदेशक पुष्पेंद्र शर्मा, वसीम खान भी मौजूद थे।

कार्यक्रम दौरान अतिथियों ने द स्टडी, एमएमपीएस, सेंट एंथनी,सेंट मैथ्युस,स्कॉलर एरिना और विट्टी इंटरनेशनल के करीब 50 प्रतिभावान बच्चों को विभिन्न संकाय में बेहतर परिणाम देने पर सम्मानित किया गया साथ ही इन स्कूल के श्रेष्ठ शिक्षकों का भी सम्मान किया गया। कॉन्क्लेव की आयोजक लक्ष्मी पब्लिसिटी एंड डिजिटल के डायरेक्टर विकास जोशी ने बताया कि दो दिवसीय कॉन्क्लेव में  उदयपुर की  पीएफसी से मीनाक्षी मोटवानी,  आनन्द गुप्ता अरावली हॉस्पिटल, तारिका भानुपताप श्रद्धा गटानी, राजन सुद  ने विभिन्न सत्रों को संबोधित किया और छात्र – छात्राओं की शिक्षा व करियर संबंधित सवालों के जवाब देकर जिज्ञासाओं को शांत किया।

हमारी विरासत को बच्चों तक ले जाना जरुरी – निवृत्ति कुमारी मेवाड़

समाज कल्याण बोर्ड सदस्य  दिव्यानी कटारा ने बताया कि कॉन्क्लेव  के दौरान  सायंकाल मे नेटवर्किंग मीट आयोजित की गई जिसमें प्रमुख वक्ता के रूप में निवृत्ति कुमारी मेवाड़ ने बालिका शिक्षा और वुमन एंपावरमेंट पर जोर डालते हुए भारतीय शिक्षा पद्धति की तारीफ की साथ ही कहा कि हमें हमारी सांस्कृतिक विरासतों के बारे में बच्चों को बताना होगा जिससे वे भी गौरवान्वित महसूस कर सके.. उन्होंने सिलेबस में महाराणा प्रताप एवं ऐसे वीर प्रतापी योद्धाओं को महान बताने की मांग की। इस दौरान डॉ. अंजू गिरी ने बच्चो में बढ़ते मानसिक अवसाद को भी गंभीरता से लेने की जरूरत बताई एवम हर विद्यालय महाविद्यालय में सकारात्मक माहौल बनाने के लिए कुशल काउंसलर रखने की आवश्यकता जताई।
मौजूद शिक्षकों ने बच्चों के बीच वैदिक गणित को बढ़ावा देने की बात कही.। इस दौरान मुकेश माधवानी,भानु प्रताप ,शालिनी भटनागर, स्मृति देवड़ा,  पूनम राठौड,माया चौधरी, गुनीत मोंगा,अंजला शर्मा,लोकेश जैन ,दिनेश माली, प्रीति सोगानी,साधना तलेसरा आदि हस्तियां मौजूद थीं। कार्यक्रम में कनिष्का श्रीमाली, इशिका, भूमि,जाग्रत एवं  सहयोगी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन सूर्य प्रकाश सुहालका ने किया।

By Udaipurviews

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