-भांजे विजय व अन्य साथी अरुण को भेजा जेल
उदयपुर। सेकण्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा सहित अन्य आरोपियों को शनिवार को रिमांड अवधि समाप्त होने पर एसओजी ने अदालत में पेश किया जहां से कटारा व उसके चालक गोपालसिंह को आगामी 2 मई तक पुन: रिमांड पर सौपा जबकि भांजे व अन्य साथी को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया। आरोपियों को पेश करने के दौरान अदालत परिसर में विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए। कटारा को देखने लोगों की भीड़ लग गई।
पेपर लीक मामले में गत 18 अप्रेल को गिरफ्तार किए गए आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा, उसके भांजे विजय कटारा, चालक गोपालसिंह व अरुण को रिमांड समाप्त होने पर एसओजी शुक्रवार को सुबह लेकर जिला अदालत पहुंची। इस दौरान आरोपियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विशेष पुलिस इंतजाम किए गए। आरोपी कटारा को देखने के लिए वकीलों सहित अन्य लोगों की काफी भीड़ अदालत परिसर में जुट गई। आरोपियों को न्यायाधीश के समक्ष पेश करते हुए एसओजी टीम ने मामले में अब तक के अनुसंधान के दौरान जुटाई जानकारी विस्तार से दी। न्यायाधीश ने एसओजी को सुनने के बाद अनुसंधान शेष देखते हुए आरोपी कटारा व उसके चालक गोपालसिंह का रिमांड आगामी 2 मई तक बढ़ाते हुए पुन: एसओजी के सुपुर्द कर दिया। वहीं कटारा के भांजे विजय कटारा व मुख्य आरोपी शेरसिंह मीणा के साथी अरुण को न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए। एसओजी टीम ने उम्मीद जताई कि बढ़ाई गई रिमांड अवधि के दौरान कटारा व गोपालसिंह से पूछताछ में और भी जानकारी व साक्ष्य सामने आ सकते हैं। एसओजी कटारा के संपर्क सूत्रों के यहां भी महत्वपूर्ण जानकारी जुटाने में जुटी है। बता दें मुख्य आरोपी शेरसिंह मीणा फिलहाल जेल में है। उधर राजस्थान पुलिस पेपर लीक मामले में मास्टरमाइंड माने जा रहे सुरेश ढाका की तलाश में लगी हुई है। फिलहाल पुलिस के हाथ ढाका के बारे में कोई खास सुराग हाथ नहीं लग पाए हैं।
पेपर लीक प्रकरण: कटारा व चालक गोपालसिंह का रिमांड 2 मई तक बढ़ाया
