उदयपुर। जिले के गोगुन्दा थानान्तर्गत गत 18 नवम्बर 22 को प्रार्थी चतर सिंह पुत्र खुमा निवासी पलोदडा फला पदमावत थाना जावरमाईन्स जिला उदयपुर ने मृतका सोनु कुंवर के पिता भुर सिंह की उपस्थिति में रिपोर्ट इस आशय की पेश की कि मेरा पुत्र राहुल राजकिय प्राथमीक विधालय खानाखेडी, अदवास तहसील सराडा में अध्यापक के पद पर कार्यरत है। दिनांक 15.11.2022 को मेरा पुत्र राहुल घर से शाम करीब 3.00 बजे मोटरसाईकिल लेकर निकला था जो आज सुबह तक हमारे घर वापस नही आया तो मेरी पुत्र वधु श्वेता ने मेरे पुत्र राहुल के मोबाईल पर फोन किया तो गोगुन्दा थाने पर मेरे पुत्र राहुल का मोबाईल होना पाया गया और बताया की एक अज्ञात पुरुष व महिला कि लाश केलाबावडी (मजावद) के जंगलो में मिली है तो उक्त बात मेरी पुत्र वधु श्वेता ने मुझे बताया तो में मेरे परिजनो के साथ रवाना होकर गोगुन्दा सीएचसी पर पहुचा। जहा पर मोर्चरी पर मैने लाश देखी वहा मेरे पुत्र राहुल की लाश थी व एक अन्य महिला की लाश वहा उपस्थित भुरसिह निवासी मदार ने अपनी पुत्री सोनु कुॅवर होना पहचान किया। मेरे बेटे राहुल व अन्य महिला सोनु कुॅवर के शरीर पर काफी चोटो के निशान है। किन्ही अज्ञात लोगो ने मेरे पुत्र राहुल मीणा व अन्य महिला सोनु कुॅवर की हत्या कर दी है अतः अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर कानुनी कार्यवाही करावे। उक्त रिपोर्ट पर प्रकरण संख्या 510/2022 धारा 302,201,34 भा.द.स. थाना गोगुन्दा में पंजीबद्व कर अनुसंधान योगेन्द्र व्यास थानाधिकारी, गोगुन्दा ने प्रारम्भ किया ।
सूचना प्राप्त होते ही कुन्दन कॅवरिया अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय), भूपेन्द्र वृताधिकारी वृत गिर्वा, योगेन्द्र व्यास थानाधिकारी, गोगुन्दा, श्यामंिसंह थानाधिकारी, नाई मय टीम के मौके पर पहुंचे। घटनास्थल का निरीक्षण किया जाकर वैज्ञानिक साक्ष्य संकलन किये। मोबाईल एफएसएल टीम व डाॅग स्क्वायड को बुलाकर मौका निरीक्षण कराया जाकर आवश्यक साक्ष्य संकलित किये गये ।
उक्त घटना की गम्भीरता को देखते हुये जिला पुलिस अधीक्षक, उदयपुरश्री विकास शर्मा द्वारा कुन्दन कॅवरिया अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, (मुख्यालय) उदयपुर के नेतृत्व में भूपेन्द्र, वृताधिकारी वृत गिर्वा, योगेन्द्र कुमार व्यास थानाधिकारी थाना गोगुन्दा, श्याम सिंह थानाधिकारी थाना नाई, मुकेश कुमार थानाधिकारी थाना बेकरिया की अलग अलग टीम गठित कर टाॅस्क दिया गया। जिला स्पेशल टीम द्वारा अपने स्तर पर प्रयास शुरू किये गये।
अनुसंधान कार्यः-टीमों द्वारा घटना स्थल का मौका मुआयना कर मजावद व आस पास स्थित गांव के लोगो से गुप्त तरीके से जानकारी जुटाई गई। जिससे मृतक का एप्पल आई फोन प्राप्त हुआ। जिसकी मदद से दोनों की शिनाख्तगी संभव हो पाई। घटनास्थल पर मृतका के बडगांव स्थित किराये के मकान से गोगुन्दा होकर आने वाले और दुसरा उबेश्वरजी होकर आने वाले सम्पूर्ण रास्तो पर सीसीटीवी फुटेजे और दुकानों, मकानों से जरिये मुखबीर जानकारी जुटाई गयी। मौके की वीभत्सा को देखते हुवे मृतका के पीहर ओर ससुराल दोनों पक्षो की तरफ से गहनता से पूछताछ की गयी। मृतक राहुल मीणा के ससुराल भुदर,ऋशभदेव पक्ष से भी गहनता से टीम द्वारा पूछताछ की गयी। करीबन 50 जगहो के सीसीटीवी फुटेज व 200 लोगो से पूछताछ व तकनीकी साक्ष्यों की सहायता महिला व पुरूष के अज्ञात दोहरे हत्याकांड के आरोपी इच्छापूर्ण शेष नाग बावजी मन्दिर, भादवी गुडा के पुजारी भालेश कुमार पुत्र गणेशलाल निवासी पादरडी बडी, पुलिस थाना सागवाडा जिला डुंगरपुर हाल मकान नम्बर 72 सुखाडिया नगर, युर्निवसीटी रोड थाना प्रतापनगर जिला उदयपुर को बाद अनुसंधान नियमानुसार गिरफतार किया गया। मुल्जिम को न्यायालय में पेश कर पुलिस कस्टडी में लेकर अग्रिम अनुसंधान जारी है ।
सामने आये तथ्यः- पूछताछ में आरोपी द्वारा बताया गया कि 7-8 साल से इच्छापूर्ण शेष नाग बावजी मन्दिर, भादवी गुडा में पुजारी के रूप में जनता के दुख कष्ट निवारण हेतु ताबीज व मणको की माला अपने अनुयायीयों को देता है। मृतका सोनू कुंवर के परिवारजन भी पारिवारिक समस्याओ के चलते मेरे संपर्क में आये तथा मृतका की वैवाहिक जिन्दगी 4-5 साल से अस्त वस्त चलने के चलते उसके लिये भी ताबीज किये ओर वह भी भक्त थी। दुसरी ओर मृतक राहुल मीणा के परिजन भी मुझे पहले से जानते थे ओर रविवार को बावजी के दर्शन के लिये आते रहते थे। मृतका मंदिर में दर्शन के दौरान ही राहुल के संपर्क में आई। जिससे कुछ टाईम बाद राहुल का अपनी पत्नी से झगडा ओर परेशानी होने लगी तो उसके परिजनो ने मेरे को इसका उपाय व समझाईश करने का कहा तो मैनें मृतक की हरकतो का पता लगाकर इसे यह सब छोडने के लिये कहा ओर उसके घरवालो को भी इन दोनों के संबंधो के बारे में बताया। जिससे यह दोनों नाराज होकर 5-6 महिने से मुझे बदनाम करने ओर कहीं का नहीं छोडने की बाते कहने लगे। जिससे अपने भक्तो में मेरे बने बनाये नाम व पहचान का खराबा होने का मुझे भय सताने लगा ओर मैनें इनको रास्ते से हटाने का प्लान बनाने लगा ओर इनका मर्डर कर दिया।
तरीका वारदात-आरोपी द्वारा मृतक ओर मृतका को अपने रास्ते से हटाने की सोचके अनुसार तरह तरह के विचारो पर सोचने लगा। इसने आस पास की दुकानों से 50 के करीब फेवीक्वीक अपने मंदिर में इक्कठी कर ली चूंंिक यह ताबीज बनाने में उसको काम में लेता था तो किसी को शक भी नहीं हुआ। दिनांक 15.11.22 की शाम को मृतक को सुखाडिया सर्कल से लडकी से लास्ट बार मिलवाने का कहकर ओर फिर यह काम छोड देने हेतु तैयार करके रास्ते में मृतका को साथ बाईक पर बैठाकर उबेश्वरजी की तरफ लेकर गया। वहां पर घटनास्थल पर दोनों द्वारा लास्ट बार संबंध बनाने की गुजारिश करने पर खुद थोडा साईड में हो गया ओर जब वो संबंध बना रहे थे तो फेविक्विक की बोतल उपर डालकर चाकु ओर पत्थर से दोनों की हत्या कर वहां से निकल गया ओर सामान्य व्यवहार करता हुवा अगले दिन बुंदी की तरफ किसी भक्त के यहां निकल गया।
टीमः-
01. योगेन्द्र कुमार व्यास थानाधिकारी गोगुन्दा।
02. श्यामसिंह थानाधिकारी नाई।
03. मुकेश कुमार थानाधिकारी बेकरिया।
04. देवीलाल उ.नि. प्रो.।
05. हर्ष राज सिंह उ.नि. प्रो.।
06. नन्दलाल सउनि।
07. विजेश कुमार हैड कानि 2350।
08. नन्दकिशोर गुर्जर कानि 1818।
09. परमार सैनी कानि 1655।
10. नरेन्द्र सिंह कानि 539।
11. ओमप्रकाश कानि 2209।
12. गोविन्द सिंह कानि 323।
13. शिव सिंह कानि 831।
14. कृष्ण बलदेव कानि 1575।
15. रामस्वरूप कानि 1274।
16. अकिंत सिंह कानि 1719।
17. ओमप्रकाश कानि 1568 पुलिस थाना नाई।
18. प्रदीप कुामर कानि 1176 पुलिस थाना नाई।
19.श्री सवाई सिंह कानि 783 थाना अम्बामाता।
20.श्री लोकेश कुमार कानि 2252 साईबर सेल उदयपुर।
व जिला स्पेशल टीम उदयपुर।
विशष भूमिकाः-श्री नन्दकिशोर कानि. 1818 थाना गोगुन्दा ।