युवक की हत्या के मामले में दो गिरफ्तार

उदयपुर, 25 नवंबर : शहर के सुखेर थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक आदिवासी युवक की हत्या के मामले में महिला के पति और भाई को गिरफ्तार किया है। मृतक तेजपाल मीणा (40) पुत्र देवजी मीणा निवासी साबला डूंगरपुर हाल अंबेरी की मौत पानी भरने के दौरान हुए विवाद के बाद मारपीट में हुई थी। घटना के अनुसार पानी भरने के दौरान तेजपाल का महिला से विवाद हो गया। इस पर महिला के पति महेन्द्र सिंह और भाई सत्यपाल सिंह ने लाठियों से तेजपाल को पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। इलाज के दौरान तेजपाल की मौत हो गई।

मामले को लेकर बाप पार्टी के आसपुर विधायक उमेश मीणा ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने दावा किया था कि घटना के बाद तेजपाल थाने तक चला गया था और वहां पुलिस की मारपीट से उसकी मौत हुई। इस विवाद के चलते मृतक का शव कई दिनों तक मोर्चरी में रखा रहा और कड़ी मशक्कत के बाद परिजनों ने समझौता कर शव लिया था। पुलिस ने जांच के बाद आरोपियों महेन्द्र सिंह पुत्र सरदार सिंह डुलावत और सत्यपाल सिंह पुत्र अभय सिंह को गिरफ्तार कर लिया। उनसे पूछताछ जारी है।

मारपीट व आगजनी मामले में दो गिरफ्तार
उदयपुर, 25 नवंबर : जिले की खेरवाड़ा थाना पुलिस ने तोड़फोड़ और आगजनी के मामले में एक एमबीसी जवान और एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में कंडाल निवासी जयंतीलाल पसात जो वर्तमान में मेवाड़ भील कोर (एमबीसी) में कार्यरत है और बादल पुत्र राकेश निवासी बंजारिया शामिल हैं। पुलिस ने कस्बे में उनका पैदल जुलूस भी निकाला, जिसमें आरोपी यह कहते नजर आए कि वे भविष्य में अपराध नहीं करेंगे।

थानाधिकारी दिलीप सिंह झाला ने बताया कि पीड़िता सुनीता देवी पत्नी प्रकाश मीणा निवासी रोबिया (हाल करनाउवा) ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया थाा कि 14 नवंबर की शाम करीब 7 बजे वह अपने माता-पिता के साथ घर में थी। तभी जयंतीलाल और बादल अपने साथियों के साथ उनके घर आए। आरोपियों ने मारपीट की और थोड़ी देर बाद 15-20 हथियारबंद बदमाशों के साथ लौटकर घर पर पथराव किया।

इसके बाद उन्होंने घर में तोड़फोड़ कर पेटी में रखे जेवर लूट लिए और घर तथा पास में बने बाड़े में आग लगा दी। आगजनी की घटना से आस-पड़ोस के लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन बदमाश वहां से फरार हो गए। पुलिस ने विशेष टीम बनाकर आरोपियों की तलाश शुरू की और जयंतीलाल और बादल को उनके घर के पास पहाड़ी पर दबिश देकर गिरफ्तार किया। जांच में सामने आया कि जयंतीलाल पिछले आठ महीनों से पाली में एमबीसी कार्यालय से अनुपस्थित रहते हुए गांव में आतंक फैलाने का काम कर रहा था। पुलिस मामले में अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।

By Udaipurviews

Related Posts

error: Content is protected !!