पुलिस हिरासत से भागने के प्रयास में तुड़ा बैठा टांग
उदयपुर, 09 अप्रैल(ब्यूरो): शहर के अशोकनगर मैन रोड स्थित जैनम ज्वैलर्स पर लूट तथा उसके मालिक की हत्या के तीसरे आरोपी को पुलिस ने हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया। उसे रोहतक से भूपालपुरा थाने लाया गया। जहां पुलिस हिरासत से उसने भागने का प्रयास किया। पुलिसकर्मी को धक्का देकर थाने की दीवार फांदने से उसके पैर की हड्डी टूट गई। जिसका एमबी अस्पताल में उपचार कराया गया। पुलिस इस मामले के दो आरोपियों को पहले से ही गिरफ्तार कर चुकी है। जिनमें से एक आरोपी सीआरपीएफ का जवान है, जो मुंबई के एयरपोर्ट पर नियुक्त था।
भूपालपुरा थानाधिकारी मुकेश सोनी ने बताया कि लूट और हत्या के आरोपी रोहतक—हरियाणा निवासी आशीष चौधरी को गिरफ्तार कर उदयपुर लाया गया। आरोपी को भूपालपुरा थाने लाकर जेल में बंद करने वाले थे, तभी आरोपी ने कॉन्स्टेबल को धक्का देकर थाने की दीवार फांदकर भागने लगा। इस दौरान आरोपी का पैर फ्रैक्चर हो गया। पुलिस उसे थाना परिसर में ही दबोचने में सफल रही। जिसे उपचार के लिए एमबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसके पैर में प्लास्टर चढ़ाया गया है।
दिल्ली जाकर सरकारी अस्पतालों में गुजारी रात
आरेापी ने बताया कि उदयपुर में ज्वैलर की हत्या लूट के बाद वह दिल्ली पहुंचा और वहां सरकारी अस्पतालों में उसने रात गुजारी ताकि किसी को पता नहीं लगे। पुलिस आरोपी से पूछताछ में जुटी है और संभावना जताई जा रही है कि उससे कई खुलासे हो सकते हैं। पुलिस उसके आपराधिक रिकार्ड को खंगालने में जुटी है।
सीआईएसएफ जवान भी शामिल था
थानाधिकारी ने बताया कि वह इस मामले में 2 आरोपी पहले ही पकड़ चुकी है। जिसमें आरोपी विकास चौधरी सीआईएसएफ का जवान है जो मुंबई के एयरपोर्ट पर नियुक्त था। डकैती डालने के लिए वह राजस्थान आया और इसी दौरान उदयपुर पहुंचा। जब आरोपी वारदात के बाद भागने लगा तो आयड़ क्षेत्र स्थित चारभुजा मंदिर की गली में पहुंचा, जहां उसने स्कूटी छीनने का प्रयास किया और साजिद नामक युवक पर फायर भी किए। जिसे लोगों ने दबोच लिया और पुलिस के हवाले कर दिया था। जबकि दूसरा आरोपी 29 मार्च को रोहतक से ही पकड़़ा गया था।
सट्टे का कर्जा उतारने की थी लूट
गौरतलब है कि गत 21 मार्च को सीआईएसएफ जवान विकास चौधरी ने अपने साथी आशीष चौधरी और संदीप चौधरी के साथ मिलकर अशोक नगर स्थित जैनम ज्वैलर्स में करीब 80 लाख रुपए कीमत सोने के करीब डेढ़ किलो जेवर लूटने के साथ ही दुकान मालिक अनिल जैन की हत्या कर दी थी। बताया गया कि आरोपियों में शामिल विकास और आशीष सट्टा लगाते थे। जिससे उन पर बड़ा कर्जा हो गया था। जिसे पूरा करने के लिए उन्होंने आपराधिक योजना बनाई थी। बताया गया कि दोनों पर करीब 35 लाख रुपए का कर्जा था।