मोदी विश्वविद्यालय में चलाये जा रहे है विकसित भारत बनाने वाले रिसर्च कोर्स

उदयपुर। लक्ष्मणगढ़ स्थित मोदी विश्वविद्यालय में विकसित भारत को बनाने वाले रिसर्च के कोर्स पर अधिक ध्यान दिश जा रहा है ताकि भारत विकसित भारत की श्रेणी में तेजी से अग्रसर हो सकें। इसके अलावा नये सत्र से कुछ नये कोर्स भी प्रारम्भ किये जा रहे है जो न केवल विश्वविद्यालय वरन् देश की प्रगति में मील का पत्थर साबित होंगे।
मोदी विश्वविद्यालय के डीजीएम एडमिशन प्रबीण झा ने बताया कि विश्वविद्यालय में करीब साढ़े तीन हजार एवं स्कूल में लगभग 750 छात्रायें अध्ययनरत है। विश्वविद्यालय में केवल छात्रायें अध्ययन करती है।
उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने विद्यार्थियों के लिये तकनीक के बदलते परिपेक्ष्य के मद्देनजर डेटा साइंस, मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स, ए आई, बॉयोमेडिकल एवं न्यूक्लियर साइंस एंड टेक्नोलॉजी सहित कई स्किल बेस्ड कोर्सेज छात्राओं के लिए मुहैया करवाए है। इंजिनियरिंग के कोर्स के दौरान प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निग पर विशेष ध्यान दिया जाता है ताकि छात्राएं इंडस्ट्री के मांग के अनुसार बेहतर तौर पर खुद को तैयार कर सकें। इसी तरह स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स एंड साइसेंस के अंतर्गत फॅारेनसिक साइंस, फूड एंड न्यूट्रीशन, फिजयोथेरेपी, जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन, बायो टेक्नोलॉजी जैसे सरीखे कोर्सेस के माध्यम से छात्राओं एक बेहतर भविष्य प्रदान करता है। स्कूल ऑफ लॉ के अंतर्गत छात्राओं को राजस्थान विधिक सेवा के लिए विशेष रूप से तैयार एवं प्रोत्साहित किया जाता है।
स्कूल ऑफ लॉ की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. पूजा जैन ने बताया कि वर्तमान वर्ष के दौरान भी 6 छात्राओं ने राजस्थान विधिक सेवा में सफलता का परचम लहरा कर शेखावाटी के साथ पुरे प्रदेश का नाम रोशन किया है।
उन्होंने बताया कि स्कूल ऑफ बिजनेस में बी बी ए एवं एम बी ए के साथ डिजिटल मार्केटिंग एवं इंटीग्रेटेड कोर्स भी छात्राओं के लिए उपलब्ध है। फार्मेसी के क्षेत्र में रोजगार के बढ़ते अवसर को देखते हुए विश्वविद्यालय ने डी फार्मा एवं बी फार्मा कोर्स की भी शुरूआत की है ताकि छात्राओं को बेहतर अवसर प्राप्त हो सकें।
पीआरओ राजीव सिंह ने बताया कि मोदी विद्यालय इस नये सत्र से कक्षा पहली से लेकर बारहवीं तक डे स्कूल का भी शुरूआत करने जा रहा है। मोदी स्कूल और विश्वविद्यालय छात्राओं की शिक्षा को अनवरत जारी रखना चाहती है और इसी के मदद्ेनजर स्कूल एवं विश्वविद्यालय के स्तर पर छात्राओं के लिए छात्रवृति लेकर आये हैं, ताकि आर्थिक स्थिति किसी की भी शिक्षा में रूकावट न बन सके। प्रत्येक वर्ष की तरह मोदी विश्वविद्यालय ने इस वर्ष भी छात्राओं के लिए विशेष छात्रवृति की घोषणा की। जिसके तहत राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगी परीक्षाओं के टॉपर को 100 प्रतिशत तक की छात्रवृति प्रदान की जाएगी। विश्वविद्यालय ने उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने हेतू मोदी विश्वविद्यालय की छात्राओं को अतिरिक्त 10 प्रतिशत तक की छात्रवृति दी जाएगी। जबकि सीकर, चुरू, झुनझुनू की छात्राओं को पूरे कोर्स के दौरान 10 प्रतिशत की छात्रवृति दी जाएगी। सरकारी निमयों के अनुसार अनुसूचित जाति एवं जनजाति, अर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के साथ दिव्यांगो को पूरे कोर्स के दौरान 10 प्रतिशत की छात्रवृति मिलेगी।
इसके साथ ही मोदी विश्वविद्यालय की विशेष छात्रवृति योजना के तहत शहीदों के बच्चों को ट्यूशन फी में 50 प्रतिशत की छात्रवृति जबकि सेना और अर्द्धसैनिक बलों में कार्यरत या सेवानिर्वत जवानों के बच्चों को पूरी पढ़ाई के दौरान ट्यूश्न फी में 35 प्रतिशत की छात्रवृति और कार्यरत या सेवानिर्वत पुलिस कर्मियों के बच्चों को 25 प्रतिशत की छात्रवृति का प्रावधान है।
मोदी विश्वविद्यालय का कैरियर डेवलपमेंट सेल छात्राओं को इंर्टनशिप एवं प्लेसमेंट का भी अवसर प्रदान करता है। वर्तमान सत्र में छात्राओं को अधिकतम पैकेज 33 लाख का प्राप्त हुआ जबकि एवरेज पैकेज 11 लाख का रहा। इसके साथ ही इस वर्ष इंटर्नशिप में छात्राओं को 2 लाख तक का स्टाइपेंड भी मिला।  मोदी विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ऐटिकेट एंड फिनीशिंग स्किल्स में छात्राओं को कई तरह के स्किल्स सिखाये जाते है जो इन्हें आधुनिक कॉरपोरेट कल्चर के अनुकूल बनाता है, साथ ही विशेष इंगलिश लैंग्वेज ट्रेनिंग कैम्प का भी आयोजन किया जाता है ताकि छात्राएं इंटरव्यू में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
छात्राओं के सर्वांगीण विकास में शिक्षा के साथ साथ अन्य पाठ्येत्तर गतिविधियों की भी अहम भूमिका रहती है और इसके विकास के लिए विश्वविद्यालय र्स्पाेटस, घुड़सवारी, एनसीसी, एनएसएस जैसे माध्यम छात्राओं को मुहैया कराती है। मोदी विश्वविद्यालय शिक्षा के साथ संस्कार की जरूरत को समझते हुए छात्राओं को योग, मेडिटेशन जैसे कार्यक्रमों से भी जोड़ कर रखती है ताकि छात्राएं हर परिस्थिति का सामना धैर्य एवं मजबूत मानसिकता के साथ कर सके।
12वीं कि परीक्षा के साथ ही मोदी विश्वविद्यालय अलग अलग राज्यों और शहरों में बड़े पैमाने पर छात्राओं से रूबरू होकर उन्हें उचित कैरियर परामर्श भी मुहैया करा रहा है। मोदी विश्वविद्यालय की ये कवायद निश्चित रूप से छात्राओं को भविष्य की सही दिशा प्रदान करेगी।
विशेष रूप से उदयपुर के निमिषा व्यास एवं नितिन व्यास ने विश्वविद्यालय द्वारा बालिकाओं के जीवन को रोजगारपरक एवं व्यवहारिक दृष्टिकोण से उन्हें बेहतर बनानें के लिये चलाये जा रहे विनिन्न कोर्स की जानकारी दी।

By Udaipurviews

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