प्रतापगढ़ : बच्चों में होने वाले पेट दर्द को न करें इग्नोर, हो सकती है पेट में कीड़ों की समस्या

एनसीडीसी टीम स्कूल के बच्चों के सैंपल लेकर करेगी जांच
प्रतापगढ़। पेट में कीड़े की समस्या ज्यादातर छोटे बच्चों में देखने को मिलती है जिसकी वजह से वो अक्सर पेट दर्द की शिकायत करते हैं। तो अगर आपका बच्चा भी उनमें से एक है तो इस परेशानी को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। हो सकता है कि मृदा-संचारित कृमि या हेल्मिन्थ्स बच्चों को अपना शिकार बना रहा हो। यह बात मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ जीवराज मीणा ने कहीं। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि मृदा-संचारित कृमि या हेल्मिन्थ्स संक्रमित करने वाला एक कृमि है, जो दूषित मृदा के माध्यम से प्रेषित व संचारित होता है। ये कृमि परजीवी के रूप में मानव आंत में रहते हैं।
सीएमएचओ डाॅ जीवराज मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि नवजात बच्चों को परजीवी कृमि से होने वाले इंफेक्शन से बचाने और लोगों को इसके प्रति जागरूक करने के मकसद से भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र एनसीडीसी एसटीएच के लिए नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि इस नोडल एजेंसी के द्वारा प्रतापगढ़ जिले के रैमड चुने गए शहरी एवं ग्रामीण स्कूल के बच्चों के सैंपल लेकर जांच की जाएगी।
आरसीएचओ डाॅ जगदीप खराड़ी ने बताया कि कृमि संक्रमण पोषण ग्रहण करने में बाधा डालता है, जिसके कारण अनीमिया और कुपोषण हो सकता है और मानसिक एवं शारीरिक विकास बाधित हो सकता है। यदि उचित समय पर इनका निदान नहीं किया जाए तो यह बच्चों को कुपोषण पेट दर्द का शिकार हो जाता है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के द्वारा स्कूलों के बच्चों को जागरूक किया जाएगा और उनके सैंपल लेकर जांच की जाएगी। एनसीडीसी की टीम के सदस्य डाॅ अवनिन्द्रा द्विवेदी एवं आर के मीना, वेंकेट राव टीम में शामिल है।
कैसे फैलता है ये संक्रमणः-
यह संक्रमण खासतौर से एसटीए अर्थात पेट के परजीवी से फैलता है। यह परजीवी पेट में मौजूद होते हैं जो खुले में शौच करते वक्त मिट्टी को छूने, जमीन पर कुछ गिरा हुआ उठाकर खाने आदि द्वारा बच्चों की आतों में पहुंच कर अंडे दे देते हैं और बच्चों के पोषण को अपने विकास में इस्तेमाल करने लगते हैं। जो धीरे-धीरे कुपोषण, एनीमिया, मानसिक और कुष्ठ रोग जैसी बीमारियों को जन्म देते है।
आंगनवाड़ी पर बुनियादी सेवा और स्वच्छता को लेकर सेनिमार का आयोजन
प्रतापगढ़। सुरक्षित पेयजल, बुनियादी शौचालय और अच्छी स्वच्छता की सुविधा को लेकर गुरूवार को यूनीसेफ के सहयोग से एक दिवसीय कार्यशाला होटल सेलिबेशन में आयोजित की गई। कार्यशाला में अध्यक्षता आईसीडीएस के मुखिया डाॅ जीवराज ने विशेष रूप से शिरकत की। इस अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन एवं आंगवाड़ी में जल एवं स्वच्छता विषय से जुड़े हुए परियोजना अधिकारी, महिला पर्यवेक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहित 50 से ज्यादा प्रतिभागी शामिल हुए।
कार्यशाला में अध्यक्षता करते हुए डाॅ जीवराज ने कहा कि 5 वर्ष से कम आयु के सैकड़ों बच्चे डायरिया के शिकार हो जाते है। उन्होंने कहा शहरी बस्तियों और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों के स्वच्छ जल और स्वच्छता से वंचित होने की संभावना दूसरों की तुलना में अधिक है। ऐसे में बुनियादी सेवाओं को दुरूस्त किया जाएगा।
इस अवसर पर एसीई संस्था के कार्यकारी निदेशक तथा यूनिसेफ के सलाहकारों द्वारा आंगनवाड़ी में जल एवं स्वच्छता की सुविधाओं की स्थिति निर्माण, संचालन, रख-रखाव, जिम्मेदारियां एवं विभिन्न विभागों का समन्वय एवं सर्वागीण प्रयासों के महत्व को प्रश्नोत्तरी के माध्यम से समझाया। सेनिमार में स्वच्छ भारत मिशन के द्वारा स्वच्छता को लेकर किए गए कार्यों और नवाचारों के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर यूनीसेफ की ओर से राज्य सलाहकार आशीष जोशी, आदित्य जैन, एसीई संस्था के कार्यकारी निदेशक सपी कुभट्ट, समन्वयक गिरीराज , सुधाशु पाण्डेय के साथ ही अन्य प्रतिनिधी मौजूद थे।
आकाशिय बिजली गिरने से 4 लाख की आर्थिक सहायता स्वीकृत
प्रतापगढ़, 18 जुलाई। आकाशिय बिजली गिरने से प्रतापगढ़ तहसील के नकोर निवासी शम्भूलाल मीणा की मृत्यु होने पर मृतक की पत्नी देवली को चार लाख रूपये की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है। यह स्वीकृति आदेश जिला कलक्टर डॉ. अंजलि राजोरिया ने जारी किया है।
इसी तरह से जारी आदेश कर जिला कलक्टर डॉ. अंजलि राजोरिया ने बताया कि पानी में डूबने से अरनोद तहसील घु्रवतो का खेड़ा के निवासी गुडडालाल मीणा की मृत्यु होने पर मृतक की पत्नी रामकन्या, सुहागपुरा तहसील मोटा धामनिया निवासी सुश्री पुजा की मृत्यु होने पर मृतक के पिता राजमल मीणा, थ्रेसर मशीन से प्रतापगढ़ तहसील केसरपुरा निवासी दिनेश मीणा की मृत्यु होने पर मृतक की दादी भंवरी बाई व सड़क दुर्घटना में सुहागपुरा तहसील पाडलिया निवासी प्रकाश मीणा की मृत्यु होने पर मृतक की माता शम्भुड़ी बाई को एक-एक लाख रूपये की आर्थिक सहायता राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष से स्वीकृत की गई है।
जिला स्तरीय जनसुनवाई में अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे आमजन
एडीएम ने दिए नियमानुसार त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण समाधान के निर्देश

प्रतापगढ़,18 जुलाई। आमजन की समस्याओं के त्वरित निस्तारण और उन्हें राहत दिलवाने के उद्देश्य से  जनसुनवाई आयोजित की जाती हैं। इसी क्रम में जिला स्तरीय जनसुनवाई का आयोजन अतिरिक्त जिला कलेक्टर विनय पाठक की अध्यक्षता में डीओआईटी के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष में किया गया। जनसुनवाई में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समस्त उपखंड स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे। जनसुनवाई में कुल 51 प्रकरण प्राप्त हुए।

जनसुनवाई में शिक्षा विभाग, नगर परिषद, चिकित्सा विभाग, खनन विभाग, वन विभाग सहित अन्य विभागों से संबंधित प्रकरणों की समीक्षा की गई। अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने कहा की जनसुनवाई में आए प्रकरणों का त्वरित रूप से नियमानुसार समयबद्ध रूप से निस्तारण करें ताकि आमजन को राहत मिल सके। उन्होंने रात्रि चौपाल में प्राप्त प्रकरणों की भी समीक्षा की और कहा इन प्रकरणों को प्राथमिकता से ले।

जिला स्तरीय जनसुनवाई में अतिक्रमण, रास्ता खुलवाने , मीटर लगाने सहित अन्य प्रकरण आए जिनके लिए संबंधित अधिकारियों को नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए गए। जनसुनवाई में विद्यालय भवन के दूसरी जगह शिफ्ट होने पर वहां मीटर लगवाने, रास्ता खुलवाने, नाले में कचरा डालने की समस्या संबंधित प्रकरणों में एडीएम ने संबंधित अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। जनसुनवाई में मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद परसाराम, एसडीएम प्रतापगढ़ राजेश कुमार नायक, एसीईओ धनदान देथा, समाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक डॉ. टीआर आमेटा, टीओ जितेंद्र मीणा, पीएमओ डॉ. ओ पी दायमा सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी और आमजन उपस्थित रहे।
मिशन बुनियाद कार्यक्रम के तहत मास्टर फैसिलिटेटर्स को प्रशिक्षण आयोजित
प्रतापगढ़,18 जुलाई। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में गुरुवार को अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक एवं पीरामल फाउंडेशन के तत्वावधान में मिशन बुनियाद कार्यक्रम के तहत मास्टर फैसिलिटेटर्स को प्रशिक्षण दिया गया। इसमें  8 ब्लॉक से 22 बेसिक कंप्यूटर निदेशक एवं आईसीटी प्रभारियों ने भाग लिया। मास्टर फेसिलिटेटर जिले में मिशन बुनियाद कार्यक्रम के साथ साथ राज्य सरकार के द्वारा संचालित डिजिटल शिक्षा कार्यक्रम को सुनिश्चित करने के लिए जिला स्तर, ब्लॉक स्तर व पंचायत स्तर कार्य कर रहा है। फैसिलिटेशन का कार्य गांधी फेलो सचिन, शेतुमा और प्रोग्राम लीडर रुचिका राज ने किया।

प्रशिक्षण के दौरान डाइट प्रिंसिपल कृपानिधि त्रिवेदी सभी मास्टर फैसिलिटेटर्स को मोटिवेट किया और कहा कि  “अभावों में कार्य करने का आनंद ही अलग है”, और पीओ शालिनी मैम ने सभी को डिजिटल एजुकेशन और मिशन बुनियाद को समझने और आईसीटी लेब से जुड़ी  समस्याओं के बारे में विस्तारपूर्वक बताया।

’एक पौधा मां के नाम’ के तहत वृक्षारोपण
प्रतापगढ़, 18 जुलाई। मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण योजना ’एक पौधा मां के नाम’ के अंतर्गत पीएम श्री राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय प्रतापगढ़ में वृक्षारोपण का कार्यक्रम पूर्ण उत्साह के साथ मनाया गया, जिसमें विद्यालय की सभी बालिकाओं और विद्यालय स्टाफ को पांच-पांच पौधे वितरित किए गए।
कार्यक्रम में प्रधानाचार्य लालूराम मीणा के द्वारा बालिकाओं को वृक्षों को संरक्षित करने और अधिक से अधिक पौधे लगाने हेतु शपथ दिलवाई गई। इस अवसर पर एनएसएस की स्वयं सेविकाओं द्वारा विद्यालय परिसर में पौधारोपण किया गया व रोपित पौधों को पानी पिलाया गया। कार्यक्रम में विद्यालय के संस्था प्रधान, प्राध्यापक दिलीप कुमार मीणा, सुधीर बोरा, ऋषिकेश पालीवाल, दिलीप गुर्जर, दीपक पंचोली, असलम खान पठान, गुलाम नजम, दीपक कुमावत, भुवान सिंह, सुखराम मीणा, कल्पना शर्मा, तृप्ति शर्मा, ममता जैन, राम कन्या कुमावत, चंदा मीणा, हेमा शर्मा व ज्योति जैन आदि उपस्थित रहे।
साइबर सुरक्षा जागरूकता तथा खाद्यान सुरक्षा जागरूकता कार्यशाला का आयोजन
प्रतापगढ़, 18 जुलाई। बांसवाड़ा रोड स्थित राजकीय कन्या महाविद्यालय प्रतापगढ़ में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई अन्तर्गत साइबर सुरक्षा जागरूकता तथा खाद्यान सुरक्षा जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम अधिकारी ममता कुंवर राठौड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि आयुक्तालय, कॉलेज शिक्षा राजस्थान जयपुर के आदेशानुसार राष्ट्रीय सेवा योजना के 100 दिवसीय कार्ययोजना के अंतर्गत कार्यशाला का आयोजन किया गया । नोडल प्राचार्य बी.एल. मीणा एवं कार्यवाहक आचार्य वीरेंद्र चंदेला की अध्यक्षता में माँ सरस्वती को माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यशाला का शुभारंभ हुआ ।अध्यक्ष ने राष्ट्रीय सेवा योजना की 100 दिवसीय कार्य योजना पर विस्तृत  प्रकाश डाला तथा सभी को वृक्षारोपण हेतु प्रेरित किया । सहायक आचार्य संजीवन ने स्वयंसेविकाओं को साइबर सुरक्षा क्या है, क्यों आवश्यक है तथा ऑनलाइन धोखाधड़ी के तरीक़ों से किस तरह से हम स्वयं को बचा सकते है, आदि विषयों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की। इसी क्रम में सहायक आचार्य अंजू मील ने खाद्यान सुरक्षा जागरूकता के अन्तर्गत विभिन्न खाद्यानों के पोषक तत्वों, उनकी उपलब्धता, प्रमुख स्रोत तथा विभिन्न आयु वर्ग के लिए आवश्यक पोषक तत्वों को चार्ट के माध्यम से समझाते हुए ‘खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013’ के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की ।
इस अवसर पर स्वयं सेविकाओं ने श्रमदान कर पौधों की सिंचाई तथा महाविद्यालय परिसर की साफ़-सफ़ाई की।  सहायक आचार्य हेमराज़ यादव ने आभार व्यक्त किया ।
By Udaipurviews

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