उदयपुर में वार्डपंच के 3 पदों के लिए होगा चुनाव
नामांकन 14 मई को
उदयपुर 7 मई। राज्य निर्वाचन आयोग ने 1 जून 2024 से 31 दिसम्बर 2024 के मध्य पंचायतीराज संस्थानों के रिक्त हुए पदों पर निर्वाचन के लिए पंचायत उपचुनाव कार्यक्रम जारी कर दिया है। इसके तहत उदयपुर जिले में वार्ड पंच के 3 पदों पर निर्वाचन प्रक्रिया प्रस्तावित है।
अतिरिक्त जिला निर्वाचन अधिकारी एवं एडीएम प्रषासन दीपेंद्रसिंह राठौड़ ने बताया कि उदयपुर जिले की गोगुन्दा पंचायत समिति की ग्राम पंचायत मादा में वार्ड संख्या 3 व चाटियाखेड़ी में वार्डसंख्या 4 तथा कुराबड़ पंचायत समिति की ग्राम पंचायत बम्बोरा के वार्ड संख्या 11 के लिए चुनाव होंगे। जारी कार्यक्रम के अनुसार जिलानिर्वाचन अधिकारी की ओर से 9 मई को लोक नोटिस जारी किया जाएगा। नाम निर्देषन पत्र प्रस्तुत करने की तिथि 14 मई को सुबह 10 से शाम 5 बजे तक रहेगी। नाम निर्देषन पत्रों की संवीक्षा 15 को की जाएगी। नाम वापसी की अंतिम तिथि 15 मई को अपराह्न 3 बजे तक रहेगी। मतदान 26 मई को होगा तथा मतदान समाप्ति के तुरंत बाद ग्राम पंचायत मुख्यालय पर मतगणना की जाएगी।
दिव्यांगजन सुविधाओं के लिए आवष्यक होगा यू.डी.आई.डी. कार्ड
उदयपुर, 7 मई। दिव्यांगजन को विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं एवं कल्याणकारी योजनाओं में लाभ प्राप्त करने के लिये चिकित्साधिकारी द्वारा जारी 40 प्रतिषत से अधिक की दिव्यांगता प्रमाणपत्र की आवष्यकता रहती है। वर्तमान में दिव्यांगजन को किसी भी योजना में दिव्यांगता के आधार पर लाभ प्राप्त करने के लिये यू.डी.आई.डी. कार्ड की आवष्यकता रहेगी।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के संयुक्त निदेषक गिरीष भटनागर ने बताया कि सभी दिव्यांगजनों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं एवं अन्य कल्याणकारी योजनाओं में दिव्यांगता के आधार पर लाभ प्राप्त करने के लिये अविलम्ब स्वावलम्बन पोर्टल पर यू.डी.आई.डी. कार्ड के लिये ई-मित्र कियोस्क पर जा कर आवेदन करना होगा। आवेदन की प्रिन्ट लेकर महाराणा भूपाल चिकित्सालय निर्धारित कक्ष (कमरा नम्बर 89) में पहुँच कर चिकित्सकीय परीक्षण पूर्ण करवा कर वह प्रमाण पत्र ई-मित्र के द्वारा अपलोड करवायें। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी उस आधार पर प्रमाणीकरण करेंगे और यू.डी.आई.डी. कार्ड जारी हो जायेगा, जिसका प्रिन्ट ई-मित्र से कभी भी प्राप्त कर सकते हैं।
ईसीआई ने किया नवाचार
अब तक 2,300 से अधिक फील्ड-स्तरीय चुनाव अधिकारियों को दिया स्थानीय भाषा में प्रषिक्षण
जयपुर/उदयपुर, 7 मई। भारत निर्वाचन आयोग ने तमिलनाडु और पुडुचेरी के फील्ड-स्तरीय चुनाव अधिकारियों को तमिल भाषा में प्रशिक्षण देकर एक और अभूतपूर्व कदम उठाया है। इस संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में 293 प्रतिभागी शामिल हैं, जिनमें 264 बीएलओ पर्यवेक्षक, 14 ईआरओ, 2 डीईओ और अन्य अधिकारी शामिल हैं। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम दिल्ली स्थित आईआईआईडीईएम में आयोजित किया जा रहा है।
उद्घाटन भाषण में मुख्य चुनाव आयुक्त श्री ज्ञानेश कुमार ने कहा कि बीएलओ (बूथ लेवल अधिकारी) भारत निर्वाचन आयोग और मतदाताओं के बीच महत्त्वपूर्ण कड़ी होते हैं और सही व अद्यतन मतदाता सूची सुनिश्चित करने में इनकी अहम भूमिका होती है। अब तक लगभग 2,300 प्रतिभागी पिछले कुछ हफ्तों म आयोजित गहन प्रशिक्षण कार्यक्रमों से लाभान्वित हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान राज्य से बीएलओ/पर्यवेक्षक, 1 ईआरओ प्रति जिला एवं 3 जिला निर्वाचन अधिकारियों को आगामी 26-27 मई को प्रशिक्षित किया जाएगा। बीएलओ पर्यवेक्षकों को इंटरैक्टिव सत्रों और रोल-प्ले के माध्यम से प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि वे फॉर्म 6, 7 और 8 सहित विभिन्न प्रपत्रों को सही ढंग से भरना सीख सकें। इस मॉड्यूल में आईटी समाधानों के उपयोग का व्यावहारिक प्रशिक्षण भी शामिल है। इन बीएलओ पर्यवेक्षकों को विधानसभा स्तर के मास्टर ट्रेनर के रूप में तैयार किया जा रहा है ताकि वे अन्य बीएलओ को प्रशिक्षण दे सकें।
प्रतिभागियों को आरपी अधिनियम 1950 की धारा 24(क) के तहत जिलाधिकारी (या समकक्ष अधिकारी) के पास और धारा 24(ख) के तहत राज्य/केंद्र शासित प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के पास अंतिम प्रकाशित मतदाता सूची के खिलाफ पहली और दूसरी अपील करने के प्रावधानों से भी अवगत कराया गया।