कहा: “महाराणा सांगा ने लोदी और बाबर को हराया, 80 घाव सहे और लड़ते हुए बलिदान दिया, उनके विरुद्ध बयानों को नहीं सहेंगे”
कहा: “बयान के बाद राज्यसभा के सांसदों को करना चाहिए था विरोध, सपा सांसद का बयान दुर्भाग्यपूर्ण, उन्हें इतिहास का ज्ञान नहीं”
नई दिल्ली/राजसमंद 28 मार्च। लोकसभा में राजसमंद सांसद श्रीमती महिमा कुमारी मेवाड़ ने वीर शिरोमणि महाराणा सांगा पर सपा के सांसद द्वारा दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए आपत्ति जताई है।
सांसद श्रीमती मेवाड़ ने कहा, “वे संसद में अपने पूर्वज महाराणा सांगा के बारे में बोलना चाहती हैं, सपा के सांसद ने महाराणा सांगा के लिए बेहद ही हल्के शब्दों का प्रयोग किया है। सांगा को किसी के प्रमाण की जरूरत नहीं है। सांगा ने दो बार इब्राहीम लोदी और एक बार बाबर को भी हराया था, अस्सी घावों के बावजूद सांगा लड़ते रहे और लड़ते-लड़ते अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।”
सांसद ने आगे कहा कि, “अगर आप इतिहास नहीं जानते तो इतिहास की बात न करें। जिसका जब मन करता है तब महाराणा प्रताप, रानी पद्मिनी, मीरा माँ को लेकर कुछ भी कह देते हैं। जब यह बात राज्यसभा में उठी थी तब अन्य सांसदों को इसके खिलाफ बोलना चाहिए था। लोग बता रहे हैं कि कई जगह लोगों ने कानून हाथ में ले लिया है, अगर सही समय पर एक्शन लिया जाता तो बात यहां तक नहीं पहुँचती।”
इसी तरह संसद परिसर में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “राज्यसभा जैसे गरिमामय भवन में सपा के सांसद द्वारा महाराणा सांगा को लेकर आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया गया, लेकिन किसी सांसद ने इसका विरोध नहीं किया, अगर सांसद विरोध करते और वहीं बात खत्म हो जाती तो आज जगह-जगह लोग कानून हाथ में नहीं लेते। यह युवाओं को इतिहास से भ्रमित करने का प्रयास है। सपा के सांसद के विरुद्ध सदन कार्रवाई अमल में लाए। हमारे पूर्वजों ने बलिदान दिया है, बलिदान देने वालों के प्रति आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करना निंदनीय है, हमारे पूर्वजनों ने 36 कौमो को लेकर जोड़ा है, आज भी हम उसी तरह लोगों को जोड़ने की कोशिश करते हैं, लेकिन सपा के सांसद लोगों को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।“