मिशन गुडबाय प्लास्टिक का आगाज 10 हजार कपडे के बैग वितरण से हुआ

-प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने पिम्स, उमरडा के वित्तीय साझेदारी से शुरु किया अभियान

उदयपुर। प्लास्टिक को कहे ना और महिला सशक्तिकरण जागरुकता अभियान के तहत राहडा फाउंडेशन और राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल की ओर से पिम्स, उमरडा के सहयोग से 10 हजार से ज्यादा कपडे से बने बैग वितरण का शुभारंभ शनिवार को किया गया। इस मौके पर कॉमर्स कॉलेज के बाहर गवरी कार्यक्रम के दौरान 300 से ज्यादा बैग गवरी कलाकारों और दर्शकों को बांटे गए।

इससे पूर्व सार्वजनिक निर्माण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, बाल अधिकारिता विभाग राज्य मंत्री प्रो मंजू बाघमार ने 10 हजार बैग्स के प्रथम आर्डर को जनमानस को समर्पित किया।

प्रो मंजू बाघमार ने इस मुहिम को जन जन तक पहुंचाने के लिए प्रोत्साहित करते हुए हरसंभव मदद पहुंचाने की पहल की। उनसे प्रेरित होकर कॉमर्स  महाविद्यालय के बाहर खेल खेलते हुए  गवरी कलाकारों को बैग्स वितरित किये गए। सुखाड़िया विश्वविध्यालय की कुलपति सुनीता मिश्रा ने कहा कि नई शिक्षा नीति में आये परिवर्तन का मूल उद्देश्य ही विधार्थियों को कौशल प्रदान करना है।

नेहरु हॉस्टल में आयोजित समारोह में राहडा फाउंडेशन की संस्थापक अर्चना सिंह चारण ने कहा कि पर्यावरण को बचाने और महिलाओं को सशक्त करने के इस कार्य में पिम्स, उमरडा के चेयरपर्सन आशीष अग्रवाल और निदेशक शीतल अग्रवाल तथा प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारियों द्वारा दिया गया सहयोग अभूतपूर्व है। श्रीमती चारण ने कहा कि जिस बडी मात्रा में प्लास्टिक थैलियों का इस्तेमाल होने से पर्यावरण को नुकसान हो रहा है उसे रोकने के लिए राहडा ने यह अभियान शुरु किया है। हम चाहते हैं उदयपुर आने वाला प्रत्येक पर्यटक यहां की एक सुंदर छवि अपने साथ लेकर जाए। उन्होंने बताया कि प्रारंभ में 10 हजार कपडे के बैग वितरण करने से इस वृहद अभियान की शुरुआत की गई है जिसको पिम्स, उमरडा का पूरा सहयोग मिला है। हमारा प्रयास रहेगा कि लेकसिटी में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रशासन के साथ आम जनता भी जागरुक हो, जिससे शहर सुंदर और स्वस्थ विकास की ओर अग्रसर रहे। कपडे के बैग बनाने का काम सुखाडिया विश्वविद्यालय के फैशन डिजाइन विभाग को दिया गया। महिलाओं को ही बैग बनाने रोजगार दिया गया है जिससे महिलाएं भी सशक्त हो रही है।

इस मौके पर प्रदूषण नियंत्रण मंडल की आरओ शरद सक्सेना, एसएसओ केबी पालीवाल व डाक्टर उदित सोनी ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि आज सबसे ज्यादा जरुरत पर्यावरण को सुरक्षित रखने की है। तभी हमारी आने वाली पीढियां सुरक्षित रह पाएगी। प्रदूषण नियंत्रण मंडल इसके लिए विभिन्न माध्यमों से काम कर रहा है। समारोह में आरएनअी मेडिकल कॉलेज की महिला रोग विशेषज्ञ डाक्टर अलका अग्रवाल, समाजसेवी डाक्टर मीनाक्षी गर्ग ने इस अभियान को आगे बढाने में अपना पूरा समर्थन दिया और कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए महिलाओं को आगे लाने के भरपूर प्रयास किए जाएंगे। कार्यक्रम में डोली मोगरा, रेखा पुरोहित, सरला अग्रवाल व जुली शर्मा ने भी अपने विचार रखे।

By Udaipurviews

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