डूंगरपुर, 31 मार्च: जिले की धंबोला पंचायत के घाटी मोहल्ले में सोमवार सुबह एक ऐसी घटना घटी जिसने पूरे गांव को हिला कर रख दिया। एक खूंखार लेपर्ड अचानक गांव में आ गया और उसने दो ग्रामीणों पर हमला कर दिया। यह एक आम सुबह थी, लेकिन कुछ ही पलों में डर और अफरा-तफरी का माहौल बन गया। वन विभाग की तत्परता और ग्रामीणों की सूझबूझ से यह संकट टल सका। सोमवार सुबह हरीश डामोर रोज की तरह अपने भूसा घर में गए थे। लेकिन आज कुछ अलग था। जैसे ही उन्होंने भूसे का गट्ठर उठाया, अचानक एक तेज़ गुर्राहट सुनाई दी। वह घबरा गए, लेकिन इससे पहले कि वे कुछ समझ पाते, एक तेंदुआ झपटने की मुद्रा में उनके सामने था। घबराकर हरीश ने तुरंत अपने हाथ का गट्ठर लेपर्ड की ओर फेंका और जान बचाकर बाहर भागे। उनका दिल तेजी से धड़क रहा था, लेकिन उन्होंने हिम्मत दिखाई और पूरे गांव को इस खतरे की सूचना दी।
खौफनाक मंजर, जब पंजों का वार पड़ा इंसानों पर : अभी गांव वाले कुछ समझ ही रहे थे कि अचानक लेपर्ड ने सुरेश और बंशी पर पंजों से हमला कर दिया। दोनों को हाथ में चोट आई, लेकिन किस्मत से वे गंभीर रूप से घायल नहीं हुए। इस बीच, लेपर्ड झाड़ियों में जाकर छिप गया। गांव में दहशत का माहौल बन गया। हर कोई डरा हुआ था कि कहीं यह खूंखार जानवर किसी और पर हमला न कर दे। बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं अपने घरों में दुबक गए। हर ओर सन्नाटा था, बस दिलों की धड़कनें तेज़ थीं। सूचना मिलते ही धंबोला रेंजर नरेश निनामा के नेतृत्व में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। वे अपने साथ पिंजरा लेकर आए थे, लेकिन समस्या यह थी कि झाड़ियों में सही जगह न मिलने के कारण पिंजरा नहीं लगाया जा सका। तभी अचानक लेपर्ड फिर से बाहर निकला। वह गांव से निकलने की कोशिश कर रहा था, लेकिन रास्ता भटककर एक ग्रामीण के पशु बाड़े में जा घुसा। गांव वालों ने तुरंत समझदारी दिखाई और बाड़े का दरवाजा बंद कर दिया। अब लेपर्ड फंस चुका था, लेकिन खतरा अभी भी टला नहीं था।
ट्रेंकुलाइज टीम की एंट्री और संकट का अंत : वन विभाग ने तत्काल उदयपुर से विशेषज्ञ ट्रेंकुलाइज टीम को बुलाया। टीम ने पहुंचते ही योजना बनाई और बेहद सावधानी से लेपर्ड को ट्रेंकुलाइज कर दिया। कुछ देर में वह बेहोश हो गया और आखिरकार वन विभाग की टीम ने उसे सुरक्षित पकड़ लिया। पूरे गांव में यह खबर जंगल की आग की तरह फैल गई और मौके पर भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। कुछ लोग दूर से इस नजारे को देख रहे थे, तो कुछ मोबाइल पर वीडियो बना रहे थे। प्रशासन की नजर पूरी स्थिति पर बनी रही।