डूंगरपुर, 31 मार्च: साइबर थाना पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करने वाले दो शातिर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह ठग ‘डिब्बा ट्रेडिंग’ के नाम पर लोगों को लुभाकर बड़ी रकम ऐंठ रहे थे। पुलिस ने इन्हें गुजरात के राजकोट और वडनगर से पकड़ा। साइबर थाना प्रभारी गिरधारीलाल ने बताया कि पीड़ित दिलीप मेघवाल ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसे ऑनलाइन ट्रेडिंग में बड़ा मुनाफा देने का लालच दिया गया। ठगों ने उसका डिमेट अकाउंट खुलवाया और फिर 9.70 लाख रुपये की ठगी कर ली। शिकायत के बाद साइबर थाना पुलिस, हेड कॉन्स्टेबल मदनलाल, महावीर सिंह, मगन, अभिषेक और साइबर सेल के हेमेंद्र सिंह व चुन्नीलाल की टीम ने मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने ठगी के लिए इस्तेमाल किए गए बैंक खाते की पड़ताल की, जिससे पता चला कि इसमें पैसे जमा करने वाला व्यक्ति कौशिक पटेल (46) पुत्र नटवरलाल पटेल, निवासी पचासर रोड, राजनगर, मोरबी, गुजरात है। वहीं, फर्जी सिम कार्ड उपलब्ध कराने वाला राजूजी ठाकोर (34) पुत्र बबाजी ठाकोर, निवासी सरणा, थाना वडनगर, गुजरात है।
कमिशन का लालच देकर देशभर में की ठगी : पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्हें उनके परिचित शैलेश भाई राठौड़ ने ‘ट्रेडिंग फंड’ में ट्रांजेक्शन पर 5% कमीशन देने का लालच दिया था। इसी झांसे में आकर उन्होंने शुरुआत में कुछ ट्रांजेक्शन किए और फिर पूरे देश में डिब्बा ट्रेडिंग के नाम पर ऑनलाइन ठगी को अंजाम देने लगे।वे अपने अकाउंट में आने वाले पैसे को आपस में बांटते थे और नए शिकार की तलाश में रहते थे। फिलहाल, पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है कि अब तक कितने लोगों को ठगी का शिकार बनाया गया और इस गैंग में और कौन-कौन शामिल है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।