भरतपुर पुलिस की बड़ी कामयाबी: सदर बयाना पुलिस ने दबोचा मुख्य हत्यारा, अब तक कुल 7 गिरफ्तारियां

हत्या का 40 हज़ार का इनामी बदमाश हेतराम उर्फ हेतन 1 साल से चल रहा था फरार

जयपुर 17 जून। भरतपुर जिले की थाना बयाना पुलिस ने हत्या के एक सनसनीखेज मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने एक साल से फरार चल रहे 40,000 रुपये के इनामी स्थाई वारंटी हेतराम उर्फ हेतन उर्फ विजेंद्र जैविक पुत्र हरि सिंह गुर्जर पोषक पुत्र रामचरण (40) निवासी मोडान का पूरा तिघरिया थाना नई मंडी हिंडौन करौली को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। यह इस मामले में कुल सातवीं गिरफ्तारी है।
महानिरीक्षक पुलिस भरतपुर रेंज राहुल प्रकाश और पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा के निर्देशन में इनामी, उदघोषित, स्थाई वारंटी और लंबित मामलों में वांछित अपराधियों की धरपकड़ के लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरिराम कुमावत के निकट पर्यवेक्षण और वृताधिकारी बयाना कृष्णराज जांगिड़ के सुपरविजन तथा थानाधिकारी कृष्णवीर सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था।
इस टीम ने सोमवार 16 जून को थाना सदर बयाना के प्रकरण में वांछित चल रहे हत्या के मुख्य आरोपी हेतराम उर्फ हेतन उर्फ विजेंद्र गुर्जर को धर दबोचा। यह बदमाश एक साल से पुलिस की गिरफ्त से बाहर था और इस पर 40,000 रुपये का इनाम घोषित था।
अपहरण, मारपीट और हत्या
6 मार्च 2024 को शिकायतकर्ता इंद्रराज सिंह ने थाना सदर करौली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उनकी रिपोर्ट के अनुसार 5 मार्च को उसका बेटा दौलत सिंह अपनी कार से बारात लेकर दुर्गर्सी गए थे। वहां से लौटते समय वे अपने दोस्त लोकेश के साथ शहीद स्थल पीलूपुरा पर रुके थे। इसी दौरान दो गाड़ियों में हेतन गुर्जर और उसके साथी आए। उन्होंने दौलत सिंह और लोकेश की आंखों पर पट्टी बांधकर उन्हें गाड़ियों में डाला और जंगल ले गए। वहां दौलत सिंह के साथ लोहे के सरियों से बेरहमी से मारपीट की गई और लोकेश को भी पीटा गया। इसके बाद दौलत सिंह और लोकेश को एक अर्टिगा कार में डालकर हिंडौन से रेलवे ओवरब्रिज के पास फेंक दिया गया। हमलावरों ने दौलत सिंह की सोने की अंगूठी और जंजीर भी लूट ली। लोकेश ने किसी तरह दौलत सिंह को करौली अस्पताल पहुंचाया, जहां उनकी मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि उन्हें पहले भी जान से मारने की धमकियां मिल चुकी थीं।
पुलिस ने इस मामले में पहले ही 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन मुख्य आरोपी हेतराम फरार था। उसकी गिरफ्तारी से इस जटिल मामले की जांच को एक महत्वपूर्ण मोड़ मिला है। भरतपुर पुलिस की यह कार्रवाई अपराधियों के खिलाफ उसकी सक्रियता और दृढ़ संकल्प को दर्शाती है।

By Udaipurviews

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